‘बालासोर ट्रेन हादसे में ओडिशा के लोगों ने बचाईं एक हजार से ज्यादा जानें’, CM नवीन पटनायक ने बताया
ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को बहनागा ट्रेन हादसे में अब तक पहचाने गए ओडिशा के 39 मृतकों के परिजनों के लिए 1.95 करोड़ रुपए की मंजूरी दी है। यह पैसा मुख्यमंत्री राहत कोष से दिया जा रहा है। वहीं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने दावा किया कि प्रदेश के लोगों ने बालासोर रेल हादसे में 1,000 से ज्यादा लोगों की जान बचाई है। उन्होंने कहा कि हमने इस भयावह हादसे में देखा कि किस तरह से स्थानीय लोग रेस्क्यू में लगे थे। साथ ही अस्पतालों में रक्तदान के लिए लंबी-लंबी कतारें देखी गईं, ये तस्वीरें अमूल्य हैं।
त्रासदी में जान गंवाने वालों की याद में एक मिनट का मौन रखने के बाद पटनायक ने कहा कि स्थानीय लोगों के प्रयासों ने ओडिशा के लोगों की करुणा और मानवता को प्रकट किया है। ओडिशा के लोगों ने मानवता की मिसाल पेश की है। सीएम पटनायक ने कहा कि हादसे के बाद डॉक्टर, मेडिकल छात्र और आम जनता सभी के मन में एक ही बात थी कि हम जितना हो सके जीवन बचाएं और हमने एक हजार से अधिक लोगों की जान बचाई है। ट्रेन हादसे को याद करते हुए सीएम ने कहा कि बालासोर में हुई त्रासदी से हर कोई वाकिफ है जिसने देश, यहां तक कि दुनिया को हिला कर रख दिया था। उन्होंने कहा, यह बहुत दुख का समय है, लेकिन, इस दुर्घटना ने ओडिशा की ताकत, संकट के समय उम्मीदों पर खरा उतरने की उसकी क्षमता को साबित कर दिया है।
राहत राशि प्रदान की
मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने यहां बताया कि जिनको सीएम राहत कोष से सहायता प्रदान की गई उन मृतकों में भद्रक के आठ, जाजपुर के दो, बालासोर के 14, मयूरभंज के नौ, खोरधा के दो, कटक के तीन और क्योंझर के एक व्यक्ति शामिल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सहायता राशि का वितरण शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले ओडिशा के प्रत्येक मृतक के निकटतम रिश्तेदार को पांच -पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की थी।
सरकार ने मरने वालों की संख्या में फिर बदलाव किया
ओडिशा सरकार ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बदलाव किया और हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या अब 288 हो गई है। पत्रकारों से बात करते हुए, मुख्य सचिव पीके जेना ने कहा, सोमवार तक 275 मौतों की पुष्टि की गई थी और शवों के सत्यापन के बाद यह संख्या बढ़कर 288 हो गई है। जेना ने कहा कि कुल 288 शवों में से अब तक 205 शवों की पहचान हो चुकी है और उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया है। उन्होंने कहा कि शेष 83 शवों को पहचान के लिए एम्स-भुवनेश्वर और अन्य अस्पतालों में रखा गया है। मुख्य सचिव ने कहा, “हमें सरकार द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर कई प्रश्न प्राप्त हुए हैं। हमें उम्मीद है कि सभी शवों की पहचान कर ली जाएगी।