प्रकाश टाटा के 1 करोड़ वाले चैलेंज पर धीरेंद्र शास्त्री बोले- ‘हम कोई फरमाइशी गीत नहीं हैं
छतरपुर
मध्य प्रदेश के आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रकाश टाटा की ओर से एक करोड़ रुपये का चैलेंज दिए जाने पर बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री का जवाब आ गया है। धीरेंद्र शास्त्री ने प्रकाश टाटा पर पलटवार करते हुए कहा कि कुछ लोग हमारे नाम के सहारे सस्ती लोकप्रियता पाना चाहते हैं।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ''हम कोई फरमाइशी गीत नहीं हैं, कितनी बार हमने प्रतिउत्तर दिया है। क्या भला अब हम हमेशा टेस्ट देते ही रहेंगे। कुछ लोग सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए हमें चैलेंज देते रहते हैं। हम पहले भी कई बार मीडिया के सामने लाइव तौर पर चैलेंज को कबूल कर उसका सामना किया है।
ये दिया था चैलेंज?
बता दें कि, छिंदवाड़ा में रहने वाले एक आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रकाश टाटा ने बीते दिनों धीरेंद्र शास्त्री को एक करोड़ रुपये का चैलेंज देते हुए कहा था कि अगर बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री, मेरे द्वारा लिखे एक पर्चे को अपने पास से लिखकर दिखा दें तो मैं उन्हें एक करोड़ रुपये दूंगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि अगर धीरेंद्र शास्त्री ऐसा नहीं कर पाते हैं तो उन्हें मुझे सिर्फ 11 लाख रुपये देने होंगे।
बागेश्वर सरकार पर अंधविश्वास फैलाने का लगाया था आरोप
आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रकाश टाटा ने इस दौरान बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री पर समाज में अंधविश्वास फैलाने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि धीरेंद्र शास्त्री अपने मंच से लोगों के भूत-प्रेत भगाने का अश्वासन दे रहे हैं, जबकि ये अंधविश्वास है।
आयुर्वेदाचार्य ने धीरेंद्र शास्त्री पर लोगों की निजता भंग करने का भी आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के पास लोग अपने दुख लेकर आते हैं और वो मंच से लोगों की निजी बातें बताने लगते हैं। यह साफ तौर पर लोगों की निजता का हनन है। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री अगर ये चैलेंज हारते हैं तो उन्हें मुझे 11 लाख रुपये देने पड़ेंगे, मैं इन पैसों से सड़कें बनवाऊंगा।