दिल्ली के कृष्णा नगर में डबल मर्डर करने वालों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
नई दिल्ली
कृष्णा नगर डबल मर्डर केस की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मां-बेटी की हत्या में शामिल मुख्य आरोपी ट्यूटर और उसके म्यूजिक कंपोजर साथी को दिल्ली से ही छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने कृष्णा नगर में रहने वाली 73 साल की राजरानी और उनकी 39 साल की बेटी गिन्नी किरार की हत्या कर दी थी। लूट और हत्या की साजिश रचने के लिए 'मिशन मालामाल' नाम से योजना बनाई थी। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान लक्ष्मी नगर निवासी किशन (28) और सिवान बिहार निवासी अंकित कुमार सिंह के तौर पर हुई है। किशन हत्याकांड का मास्टरमाइंड है। डीसीपी रोहित मीणा ने बताया कि 31 मई की रात 7:56 बजे पीसीआर कॉल मिली थी कि कृष्णा नगर में एक घर से बदबू आ रही है। घर में मां-बेटी रहती हैं। पिछले 3-4 दिनों से उन्हें किसी ने नहीं देखा। फ्लैट के बाहर से भी कुंडी लगी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस को मां-बेटी के शव मिले। दोनों की गला काटकर निर्मम तरीके से हत्या हुई थी। आरोपियों ने हत्या करने के बाद वकीलों से कानूनी सलाह ली थी। कुछ समय बाद उन्होंने फोन बंद कर लिया।
पुलिस ने हत्या, डकैती समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की। 300 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई, जिसमें दो संदिग्ध घर में आते-जाते हुए दिखाई पड़े। फिर गोंडा, लखनऊ, अयोध्या, नोएडा और दिल्ली पांच शहरों में 2000 किमी की दूरी तय कर छापेमारी की गई। अंकित को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन मुख्य आरोपी किशन अभी फरार था। इसी बीच पुलिस टीम को सूचना मिली कि किशन कोर्ट में सरेंडर करने वाला है। कांति नगर में छापेमारी कर उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों के पास से वारदात के वक्त इस्तेमाल दो बैग, तीन लैपटॉप, तीन आईफोन, गिन्नी का एक पर्स और वारदात के वक्त पहने गए खून से सने कपड़े भी बरामद किए गए।
गिन्नी से पहले पानी मांगा…
किशन एक मेडिकल कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर था। साथ ही, ऑनलाइन ट्यूशन भी पढ़ाता था। राजरानी को अपनी दिव्यांग बेटी गिन्नी के लिए एक कंप्यूटर ट्यूटर की तलाश थी। अप्रैल में किशन उनके घर गिन्नी को ट्यूशन पढ़ाने के लिए आने लगा। उसने उनका भरोसा भी जीत लिया। फिर ऑनलाइन फीस जमा करने के लिए बैंक की डिटेल लेकर पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश की। लेकिन मां-बेटी नेट बैंकिंग और एटीएम का इस्तेमाल नहीं करती थीं, इसलिए वे ठगी में कामयाब नहीं हो सके। तब उन्होंने लूट की योजना बनाई।
लूटपाट के लिए वॉट्सऐप पर 'मिशन मालामाल' नाम से योजना बनाई। इसे अंजाम देने के लिए अंकित वारदात से एक दिन पहले असम से दिल्ली आया। इलाके की रेकी की और लक्ष्मी नगर से चाकू खरीदा। हत्या वाले दिन घर में दोस्ताना एंट्री हुई। उन्हें उम्मीद थी कि घर में काफी नकदी और गहने होंगे। उन्होंने गिन्नी से पीने के लिए पानी मांगा। गिन्नी रसोई में गईं तो उन्होंने राजरानी की गला रेतकर हत्या कर दी। फिर रसोई में गिन्नी पर हमला कर हत्या कर दी। आरोपियों ने मां-बेटी की हत्या के बाद खून की सफाई की। अपने खून के धब्बे वाले टीशर्ट बदले, ताकि कोई निशान न रह जाए। उसके बाद लूटपाट कर फरार हो गए। जाते वक्त बाहर से दरवाजा भी बंद कर दिया।
ओटीटी फिल्म के गाने तैयार कर रहा था अंकित
पूछताछ में पता चला कि अंकित कुमार सिंह सिवान का रहने वाला है। एक अच्छा गायक भी है। उसका एक म्यूजिक बैंड भी है। वह पार्टियों और समारोह में गाना भी गाता था। ओटीटी फिल्म के लिए गीत-संगीत की तैयारी भी की थी। इंस्टाग्राम पर उसके काफी फॉलोअर्स हैं।