सिसोदिया ने ली 2.2 करोड़ रुपए की रिश्वत, ED का पहली बार ऐसा दावा; बताया किसने और क्यों दी रकम
नई दिल्ली
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को शराब घोटाले में करीबी दिनेश अरोड़ा के जरिए 2.2 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट में यह दावा किया है। ईडी ने कहा है कि एक्साइज पॉलिसी 2021-22 में कारोबारी अमित अरोड़ा को फायदा पहुंचाने के लिए यह रिश्वत दी गई। यह पहली बार है जब जांच एजेंसी ने जेल में बंद आम आदमी पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता को सीधे कोई रिश्वत वाली रकम मिलने की बात कही है। 4 मई को दायर चार्जशीट पर दिल्ली कोर्ट ने मंगलवार को संज्ञान लिया और सिसोदिया को 1 जून को तलब किया है।
चार्जशीट, जिसे एचटी ने देखा है, कहता है, 'जांच से पता चला है कि दिनेश अरोड़ा (सिसोदिया के करीबी) और अमित अरोड़ा (बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के मालिक) दिल्ली एक्साइज पॉलिसी में कई अवैध गतिविधि से जुड़े हुए थे।' दोनों को शराब घोटाले के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। चार्जशीट में कहा गया है कि मनीष सिसोदिया ने साउथ ग्रुप के अलावा दूसरे लोगों के साथ साजिश रची। सिसोदिया को एक्साइज पॉलिसी 2021-22 में फायदा पहुंचाने के लिए अमित अरोड़ा से दिनेश अरोड़ा के माध्यम से 2.2 करोड़ रुपए की रिश्वत मिली।
मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ काम करना वाली केंद्रीय जांच एजेंसी ने अमित अरोड़ा ने आरोपों को बल देने के लिए अमित अरोड़ा के बयान का भी जिक्र किया है। आम आदमी पार्टी ने एक बयान जारी करके आरोपों को खारिज किया है। दिल्ली की सत्ताधारी पार्टी ने कहा, 'यह पूरी तरह फर्जी है। ईडी की चार्जशीट पूरी तरह कल्पना है। ईडी ने पहले (आप के राज्यसभा सांसद) कहा कि संजय सिंह पर भी ईडी ने आरोप लगाए थे और फिर वापस ले लिए। फिर उन्होंने कहा कि मनीष जी ने 14 फोन नष्ट किए, जो बाद में ईडी की कस्टडी में मिले। इसी तरह यह भी पूरी तरह झूठा आरोप है।'
ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि अमित अरोड़ा की कंपनी से कैश में सिसोदिया को रिश्वत दी गई। एजेंसी ने कहा, 'उन्होंने (अमित अरोड़ा) अपनी कंपनियों के खाते की डिटेल जमा कराई है, जबकि यह रकम प्रति दिन होने वाली बिक्री से आने वाले कैश के माध्यम से दी गई। इसमें मनीष सिसोदिया को भुगतान करने के उद्देश्य से कई तिथियों पर कैश जमा नहीं करने का विवरण है।' ईडी ने कहा है कि 1 करोड़ रुपए 2021 में अप्रैल के दूसरे सप्ताह में दिए गए जबकि शेष 1.2 करोड़ रुपए अगले 2-3 महीनों में दिए गए।'
चार्जशीट में कहा गया है कि जब अमित अरोड़ा को पता चला कि कथित 'साउथ ग्रुप' दिल्ली के शराब कारोबार में उतरने जा रहा है और उसके द्वारा चलाए जा रहे एयरपोर्ट बिजनेस में भी दिलचस्पी रखता है, वह मार्च 2021 में मनीष सिसोदिया से मिला और अपील की कि पॉलिसी में एक ऐसी शर्त डाल दी जाए कि किसी और बोलीकर्ता को एनओसी ना मिले और एयरपोर्ट बिजनेस का कंट्रोल उसके पास बना रहे। ईडी ने कहा, 'पॉलिसी में इस क्लॉज को लगाने के लिए अमित अरोड़ा ने दिनेश अरोड़ा के साथ सिसोदिया से उनके घर पर मुलाकात की। उन्होंने क्लॉज का प्रस्ताव सिसोदिया के सामने रखा जिस पर तब के आबकारी मंत्री ने 'ओके' कहा। उन्होंने कहा कि ऐसा हो जाएगा और बाकी की बात दिनेश से कर लें।' जांच एजेंसी का दावा है कि दिनेश अरोड़ा ने अमित अरोड़ा से कहा कि इस काम के लिए उन्हें 2.5 करोड़ रुपए देने होंगे। बाद में इस क्लॉज को पॉलिसी में डाल दिया गया।