5वीं बार अटका डायल 100 का टेंडर
भोपाल
डायल-100 का टेंडर एक बार फिर अटक गया है। इस बार हाईकोर्ट ने इस पर स्टे लगाया है। हाईकोर्ट में नए टेंडर पर डायल-100 का संचालन कर रही बीवीजी कंपनी ने याचिका दायर की है। इस बार बीवीजी टेंडर में दूसरे नंबर की कंपनी है। जबकि टेंडर में चार कंपनियों ने हिस्सा लिया था।
मध्यप्रदेश पुलिस के सेंट्रलाइज कंट्रोल रूम डायल-100 के टेंडर की प्रक्रिया मार्च में शुरू हुई थी। यह टेंडर की पांचवीं बार प्रक्रिया हुई थी। इसके पूर्व चार बार हुई टेंडर प्रक्रिया में कंपनी का चयन हुआ। किन्हीं कारणों से टेंडर निरस्त हो गए। इस बार ईएमआरई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज का टेंडर था। जबकि बीवीजी दूसरे नंबर पर थी। दूर संचार ने टेंडर मंजूर करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा था।
शासन उस पर कोई निर्णय करता, उसके पहले बीवीजी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा दिया। हाईकोर्ट ने इस पर स्टे दे दिया। अब अगली सुनवाई तक मामला अधर में लटक गया है। हाईकोर्ट में इन दिनों अवकाश चल रहा है। अवकाश के बाद इस पर सुनवाई होने के आसार है। टेंडर को शासन से मंजूरी मिलने के बाद नई गाड़ियों को सड़क पर आने में तीन से चार महीने का समय लगेगा।
अब हाईटेक वाहन होंगे
नए टेंडर के अनुसार एफआरवी वाहन अब पहले से ज्यादा हाईटेक होंगे। नई टेंडर शर्तों में एफआरवी में सफारी स्ट्रॉम के स्थान पर अब ग्रामीण क्षेत्र के लिए बोलेरो और शहरी क्षेत्र के लिए इनोवा गाड़ियां होंगी। टेंडर के पहले चरण में एफआरवी की 1200 हाई टेक गाड़ियां आएंगी, जो टेंडर अवधि में बढ़कर 2000 तक हो जाएंगी। पुलिस के काम में पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के आरोपों से बचाने इन गाड़ियों में 180 डिग्री के डैश बोर्ड और बॉडी वार्न कैमरे लगे रहेंगे। 180 डिग्री कैमरे से गाड़ी के अंदर और बाहर दोनों तरफ देखा जा सकेगा। इनकी खासियत होगी कि डायल-100 कंट्रोल रूम में इन्हें लाइव देखा जा सकेगा।