संसद भवन विवादः उपेंद्र कुशवाहा का नीतीश पर हमला- पूरे विपक्ष के पास काम नहीं, बिहार को लालटेन युग में ले जा रहे
पटना
राष्ट्रीय लोक जनता दल के सुप्रीमो और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने नए संसद भवन पर चल रहे विवाद के बीच नीतीश कुमार पर करारा हमला किया है। कुशवाहा ने कहा है कि नीतीश कुमार के पास न कोई काम है न मुद्दा। नीतीश समेत पूरे विपक्ष के पास देश के लिए कोई मुद्दा नहीं है तो संसद भवन का विरोध कर रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के साथ-साथ आरजेडी ,कांग्रेस और अन्य दलों को भी निशाने पर लिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों देश के नए संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है। अब देश को चलाने वाली नीतियां अंग्रेजों द्वारा बनाए गए पुराने भवन से नहीं बल्कि नए संसद भवन सेंट्रल विस्टा में बैठकर तय होंगी। लेकिन , संसद भवन को लेकर सियासत खत्म नहीं हो रहा है। नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू समेत कांग्रेस, आरजेडी समेत 19 दलों ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह से दूरी बनाई। नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में मंत्री रहे उपेंद्र कुशवाहा ने इन दलों पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि विपक्ष के पास आज की तारीख में ना कोई काम है ना कोई मुद्दा। देश के विकास की कोई चर्चा उनके पास नहीं है। बेवजह फिजूल की बातों में लोगों को उलझा रहे हैं ताकि सच्चाई उजागर ना हो जाए।
उन्होंने कहा कि कई राज्यों में विधानसभा भवन बनाए गए। किसी राज्य में महामहिम को उद्घाटन के लिए नहीं बुलाया गया। उपेंद्र कुशवाहा ने याद दिलाया कि नीतीश कुमार ने भी महामहिम को नहीं पूछा जब बिहार विधानसभा के विस्तारित भवन का निर्माण हुआ। उन्होंने महामहिम से दूरी रखते हुए स्वयं उसका उद्घाटन किया। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष के लोग बेवजह इसे तूल दे रहे हैं।
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के विकास के विजन पर भी सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि नीतीश एक बार फिर बिहार को लालटेन युग में ले जाना चाहते हैं। इसीलिए उन्होंने लालटेन के युवराज तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार लवकुश जनाधार वाले नेता हैं। उन्हें अपना उत्तराधिकारी इसी समाज के किसी प्रबुद्ध व्यक्ति को चुनना चाहिए था। लेकिन, जानबूझकर उन्होंने लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी बनाया।
कभी नीतीश कुमार के करीबी होने के सवाल पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मैं अपने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं कर सकता हूं। कुछ लोग नाराज हैं क्योंकि मैंने नीतीश कुमार से समझौता किया। मैं उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं। अब दोबारा ऐसी गलती नहीं होगी