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अब बर्बाद हो चुके सिलिकॉन वैली बैंक को खरीदेंगे एलन मस्क

सैन फ्रांसिस्को

 ट्विटर के प्रमुख एलन मस्क ने कहा कि वह बर्बाद हो चुके सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) को खरीदने और इसे डिजिटल बैंक में बदलने के विचार के लिए तैयार हैं।

रेजर (एक उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक कंपनी) के सह-संस्थापक और सीईओ मिन-लियांग टैन ने ट्वीट किया, मुझे लगता है कि ट्विटर को एसवीबी खरीदना चाहिए और एक डिजिटल बैंक बनना चाहिए। जिस पर मस्क ने जवाब दिया, मैं इस विचार के लिए खुला हूं।

अमेरिकी नियामकों ने  सिलिकॉन वैली बैंक (एसवीबी) को बंद कर दिया और 2008 के बाद से अमेरिकी बैंक की सबसे बड़ी विफलता में अपने ग्राहकों की जमा राशि पर नियंत्रण कर लिया।

बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम एक प्रमुख तकनीकी ऋणदाता फर्म के रूप में आया, जो उच्च ब्याज दरों से प्रभावित संपत्ति की बिक्री से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए धन जुटाने के लिए हाथ-पांव मार रही थी। एसवीबी को अपर्याप्त तरलता और दिवालियापन का सामना करना पड़ा, कैलिफोर्निया में बैंकिंग नियामक, जहां फर्म का मुख्यालय है।

फेडरल डिपॉजिट इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (एफडीआईसी), जो आमतौर पर 2,50,000 डॉलर तक की जमा राशि की सुरक्षा करता है, उसने कहा कि इसने बैंक में जमा राशि में लगभग 175 अरब डॉलर का प्रभार ले लिया है। कैलिफोर्निया और मैसाचुसेट्स में कुल 17 शाखाओं के साथ सिलिकॉन वैली बैंक अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक था।

एलन मस्क ने दिया Razer के फाउंडर को जवाब

कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स बनाने वाली कंपनी के को-फाउंडर और सीईओ मिन-लिआंग-तान ने ट्वीट किया, ‘ मुझे लगता है कि ट्विटर को सिलिकॉन वैली बैंक को खरीद लेना चाहिए और फिर एक डिजिटल बैंक बन जाना चाहिए.’

उनकी इसी बात के जवाब में एलन मस्क ने कहा, ‘वह इस आइडिया पर काम करने के लिए तैयार हैं.’

 2008 के बाद का सबसे बड़ा बैंकिंग संकट

अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक का बंद होना साल 2008 की आर्थिक मंदी के दौर के बाद का सबसे बड़ा बैंक फेलियर है. अमेरिका के रेग्युलेटर्स ने बैंक का कंट्रोल अपने हाथों में ले लिया है. ये अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक है. इसका मुख्यालय कैलिफोनिया में है. सिलिकॉन वैली बैंक ने भारत के भी 21 स्टार्टअप में निवेश किया हुआ है.

बैंकिंग रेग्युलेटर्स का कहना है कि सिलिकॉन वैली बैंक के पास पर्याप्त मात्रा में नकदी का संकट है. साथ ही अमेरिका में ऊंचे ब्याज की वजह से उसे फंड जुटाने में भी दिक्कत आ रही है. एफडीआईसी की ओर से बैंक के जमाकर्ताओं को 2,50,000 डॉलर तक की राशि पर बीमा सुरक्षा मिलेगी.

 

Pradesh 24 News
       
   

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