जबलपुरमध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री जी सुने अतुल दुबे की फरियाद ,,,,?

फूड इंस्पेक्टर के तानाशाह रवैए से हैरान

 
सिंगरौली

 मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नाम एक ज्ञापन अतुल दुबे पत्रकार ने एसडीएम को सौंपकर मांग की है कि फूड इंस्पेक्टर किशनपाल द्वारा गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी, पिपरा गांव में राशन की जांच . सहित भ्रष्टाचार पर कार्रवाई संबंधित एक मांग पत्र सौंपा गया है जिसमें उल्लेखित किया गया है मैं अतुल दुबे एडिटर इन चीफ सिंगरौली की आवाज के पद में कार्यरत हूँ।

 सिंगरौली जिला के बैढ़न ब्लॉक के ग्राम पंचायत पिपरा में ग्रामीणों के बुलाने पर मैं मौके स्थल पर 13 मई 2023 को पहुंचा जहां फूड इंस्पेक्टर किशनपाल राशन की जांच करने पहुंचे थे मौके पर पहुंचते ही उन्होंने कहा की राशन 3 नहीं सिर्फ 1 महीने की मिलेगी लेना है तो नही तो नहीं मिलेगा। जहां शिकायत करनी है कर दो।

दुबे की असुवन भरी दास्तान

इसपर ग्रामीण आगबबूला हो गये और मैं बीच बचाव नहीं करता तो स्थिति मारपीट की वन जाती

यहां से वापस आ गये जिसको लेकर मैंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया की बीच बचाव नहीं करता तो मारपीट की स्थिति होती

दूसरा पोस्ट बिना नाम लिये राशन में गड़बड़ी करने वाले को लेकर था। जिसपर आगबबूला होकर फोन करके

अभद्रता की सारी हदें पार कर दी अगर हमारे पोस्ट से दुःखी है तो मैने पोस्ट बिना नाम लिए लिखा था जो राशन में गड़बड़ी किये है। अगर इस बात से फूड अधिकारी को नाराजगी है तो वो ये बात स्वीकार रहे है कि उन्होंने राशन में गड़बड़ी की

हैं। अगर उन्होंने गड़बड़ी नहीं की तो फिर ये जांच अधिकारी थे तो अबतक जांध क्यों नहीं हुआ?आखिर राशन

कहां गया क्यों नहीं मिली इसपर चुप्पी क्यों साधे है? इसकी उच्चस्तरीय जांच अबतक क्यों नहीं कर पाये?

प्रमुख मांगे

01 ऑडियो में मेरे साथ बातचीत में सहकारी समिति के अध्यक्ष ने सबकुछ स्वीकार किया है कि फूड इंस्पेक्टर किशन पाल ने समिति सेवक से 40 हजार रुपये रिश्वत लिये है और ब्रेजा कार लिये है।

02 राशन में गड़बड़ी कैसे हुआ है इसकी पूरी जानकारी जिलाध्यक्ष सहकारिता समिति कर्मचारी संघ सिंगरौली सीता प्रसाद यादव स्वयं मेरे साथ काल काल में स्वीकार रहे हैं।

03- फूड इंस्पेक्टर किशनपाल सिंगरौली के माताओं बहनों का अपमान किये है

गाली गलौज और जान से मारने की धमकी के चलते पूरे जिले में भय का माहौल बना हुआ है उन्हें अपने पद से तत्काल निलंबित किया जाये।

04- फूड इंस्पेक्टर सहित जिले के समस्त विक्रेताओं की जांच की जाये एवं उनके चल-अचल संपत्ति की भी जांच की जाये

05 ग्राम पंचायत पिपरा के ग्रामीणों के शिकायत की उच्चस्तरीय जांच करके गरीबों को राशन दिलाया जाये। लगातार ग्रामीणों की शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नही, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी के बाद भी कोई कार्रवाई नही हुई तो मजबूर होकर धरना प्रदर्शन करना पड़ा।

भ्रष्टाचार की समस्त ओडियो एवं ग्रामीणों के शिकायत के आवेदन पत्र भेज रहा हूं कृपया उचित जांच कर उचित कार्यवाही करने की मांग की है

Pradesh 24 News
       
   

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