क्या है बीमा सुगम और हेल्थ एक्सचेंज, जिन्हें अगस्त से शुरू करने की है तैयारी
नई दिल्ली
भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) जल्द ही पॉलिसीधारकों के लिए दो बड़ी सुविधाएं शुरू करने जा रहा है। इसके तहत दो ऑनलाइन प्लैटफार्म – हेल्थ क्लेम्स एक्सचेंज और बीमा सुगम शुरू किए जाएंगे। इनकी मदद से सभी तरह के बीमा खरीदने से लेकर दावा निपटान के मामलों को आसानी से सुलझाया जा सकेगा। इरडा इन्हें एक अगस्त 2023 से शुरू करने की तैयारी कर रहा है।
इरडा अध्यक्ष देबाशीष पांडा ने बीते दिनों मुंबई में बीमा कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात की थी और इन दोनों योजनाओं को जल्द से जल्द लागू करने पर चर्चा की थी। बताया जा रहा है कि बीमा सुगम योजना को अंतिम रूप दिया गया है, जबकि हेल्थ एक्सचेंज पर को तेजी से पूरा किया जा रहा है। इन दोनों परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए एक अगस्त की समय सीमा निर्धारित की गई है।
क्या है बीमा सुगम
यह एक आनलाइन पोर्टल है, जिस पर इरडा काम कर रहा है। यहां सभी बीमा कंपनियों के उत्पाद होंगे, जिन्हें ग्राहक अपनी सुविधा के अनुसार खरीद सकेंगे। इरडा की योजना बीमा सुगम को बीमा उत्पादों और सेवाओं के लिए सबसे बड़ा ऑनलाइन बाजार बनाने की है। इस प्लेटफॉर्म पर सभी तरह के बीमा खरीदने, दावा निपटान, बीमा और एजेंट पोर्टेबिलिटी आदि जैसी सुविधाएं होंगी। यही नहीं एजेंट के लिए भी पॉलिसी बेचने का भी विकल्प होगा।
ई-इंश्योरेंस अकाउंट होगा
इस पोर्टल पर बीमाधारकों के पास डीमैट खाते की तर्ज पर ई-इंश्योरेंस अकाउंट होगा। इसमें वह अपने और परिजनों के सभी बीमा पॉलिसी को सुरक्षित रख सकेंगे। पॉलिसी की विस्तृत डिजिटल होने से बैंक बीमा पॉलिसी के आधार पर आसानी से लोन दे सकेंगे। बीमा सुगम के लिए कुल बजट को 85 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 200 करोड़ रुपये किया गया है।
ये होंगे फायदे
– ई-इंश्योरेंस अकाउंट में जीवन, वाहन और स्वास्थ्य समेत सभी तरह के बीमा देख सकेंगे
– सभी पॉलिसी के लेनदेन और दस्तावेज सहित अन्य जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध रहेगी
– पॉलिसी शुरू और खत्म होने की तारीख, नामांकन समेत अन्य जानकारियां मिलेंगी।
– प़ॉलिसी की हार्ड कॉपी सुरक्षित रखने की कोई जरूरत नहीं होगी
क्या है हेल्थ एक्सचेंज
इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा स्थापित किया जा रहा है। यह आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का हिस्सा है। प्रस्तावित हेल्थ एक्सचेंज के जरिए स्वास्थ्य बीमा दावों को दाखिल करने की प्रक्रिया को सरल किया जाएगा। पॉलिसीधारक और अस्पताल दावे की स्थिति को ऑनलाइन ट्रैक कर सकेंगे, जो बीमा धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगा। यही नहीं इस एक्सचेंज पर पॉलिसीधारकों का पूरा मेडिकल रिकॉर्ड भी मौजूद रहेगा। इसकी मदद से पॉलिसीधारक किसी भी वक्त अस्पताल को संपूर्ण चिकित्सा डाटा प्रदान करने में सक्षम होगा।
कितना है बाजार
देश में मौजूदा समय में स्वास्थ्य बीमा का बाजार करीब 60,000 करोड़ रुपये का है। अनुमान है कि आने वाले कुछ सालों में यह 30-35 फीसदी की दर से सालाना बढ़ेगा, जो पिछले पांच सालों में करीब 19 फीसदी सालाना की रही है।