प्लेटफॉर्म पर राह देखते रहे यात्री और फर्राटे से निकल गई ट्रेन, फिर 1 किमी से वापस लौटी
कोच्चि
अगर फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' के राज और सिमरन ने केरल में वायनाड एक्सप्रेस का इंतजार किया होता, तो शायद उनकी ट्रेन छूट जाती। रविवार को केरल के रेलवे स्टेशन पर ऐसी घटना घटी, जिससे कुछ देर के लिए रेलवे अधिकारियों से लेकर यात्रियों के दिल की धड़कनें रुक गई। स्टेशन पर लोग ट्रेन के रुकने का इंतजार करते रह गए और ट्रेन आगे निकल गई। तकरीबन स्टेशन से एक किलोमीटर आगे ट्रेन रुकी और उसे स्टेशन पर वापस आना पड़ा। इस मामले में अब रेलवे ने सफाई देते हुए कहा कि यह सामान्य घटना है। अच्छी बात यह रही कि किसी भी प्रकार की क्षति या नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
केरल के अलप्पुझा के चेरियानाड रेलवे स्टेशन पर रविवार को घटी घटना किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है। जानकारी के अनुसार, यह घटना सुबह 7.45 बजे घटी। तिरुवनंतपुरम से वायनाड एक्सप्रेस बड़े मवेलीकारा और चेंगन्नूर स्टेशनों के बीच एक "डी-ग्रेड स्टेशन" चेरियानाड स्टेशन पर पहुंचने वाली थी। ट्रेन से उतरने वाले और स्टेशन पर खड़े लोग ट्रेन के रुकने का इंतजार कर रहे थे, लेकिन, ट्रेन नहीं रुकी और चलती रही।
यात्रियों में मच गया हड़कंप
ट्रेन चेरियानाड रेलवे स्टेशन पर नहीं रुकी और चलती रही। इससे यात्रियों के दिलों की धड़कनें थम गई। यात्रियों को लगा कि या तो ट्रेन हाईजेक हो गई है या कोई बड़ी दुर्घटना का अंदेशा है। कुछ देर के लिए रेलवे अधिकारियों में भी हड़कंप मच गया। एक रेल अधिकारी ने कहा, "चेरियानाड स्टेशन पर लोको पायलट को कोई सिग्नल नहीं मिला, क्योंकि यह केवल हाल्ट स्टेशन है। सिग्नल केवल ब्लॉक (बड़े) स्टेशनों पर उपलब्ध हैं। लोकोपायलट (ड्राइवरों) द्वारा कोई त्रुटि हो सकती है। उन्होंने इसे तब देखा जब ट्रेन कुछ मीटर पार कर गई थी।"
रेलवे ने क्या कहा
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, एक ट्रेन को झटके से नहीं रोका जा सकता है और जब तक वह रुकी, तो ट्रेन कुछ सौ मीटर आगे निकल चुकी थी। ट्रेन को करीब 700 मीटर वापस स्टेशन पर लौटना पड़ा। शेड्यूल में लगभग आठ मिनट की देरी हुई, लेकिन ड्राइवरों ने इसे बाद में पूरा कर लिया।
रेलवे के सूत्रों ने इस प्रकरण को "कोई बड़ी बात नहीं" बताया क्योंकि किसी को भी किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा। सूत्रों ने कहा कि ट्रेन के चेरियानाड लौटने के बाद लोग उतर कर उसमें सवार हो गए। ऑल केरल रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष पॉल मनवात्तोम ने कहा, "ट्रेन को बिना रुके चलते देख यात्रियों में कुछ भ्रम था। लेकिन यह एक मामूली घटना थी।"