चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने वार्ड 44, 70 और 38 के रहवासियों को दी विकास कार्यों की सौगात
ओल्ड सुभाष नगर और सुभाष कॉलोनी की समस्त सड़कों का होगा नवीनीकरण
भोपाल
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने रविवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 44, 70 और 38 में रहवासियों को विकास कार्यों की सौगात दी। मंत्री सारंग ने ओल्ड सुभाष नगर, सुभाष कॉलोनी सी सेक्टर के समस्त मार्गों के डामरीकरण कार्य एवं शंकर गार्डन में नाली निर्माण कार्य के लिये भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि नरेला विधानसभा को आदर्श विधानसभा के रूप में स्थापित करने के लक्ष्य के साथ समस्त क्षेत्रों में निर्माण कार्य किये जा रहे हैं। चूंकि विकास एक सतत प्रक्रिया है इसीलिये योजनाबद्ध तरीके से क्षेत्र में विकास कार्य जारी रहेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रवासियों ने विकास कार्यों की सौगात देने के लिये विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंचों के माध्यम से मंत्री सारंग का भव्य स्वागत कर आभार व्यक्त किया।
ओल्ड सुभाष नगर और सुभाष कॉलोनी की समस्त सड़कों का होगा नवीनीकरण
मंत्री सारंग ने बताया कि नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 44 के ओल्ड सुभाष नगर एवं वार्ड 70 सुभाष कॉलोनी सी सेक्टर के समस्त मार्गों का कुल 7.50 करोड़ रूपये की लागत से नवीनीकरण किया जायेगा। इसके साथ ही लगभग 4.85 करोड़ रूपये की लागत से वार्ड 38 के शंकर गार्डन की समस्त नालियों का निर्माण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना ने वृद्धजनों के तीर्थ दर्शन के सपने को किया साकार
मंत्री सारंग ने वायुयान द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के बारे में नागरिकों को जागरूक करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजनांतर्गत 32 वृद्धजनों को लेकर पहला विमान भोपाल एयरपोर्ट से प्रयागराज के लिये रवाना हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्यप्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य है जहां वायुयान के माध्यम से वृद्धजनों को राज्य सरकार द्वारा निःशुल्क तीर्थ कराया जा रहा है। निश्चित रूप से मुख्यमंत्री चौहान श्रवण कुमार के रूप में प्रदेश के वृद्धजनों के तीर्थ दर्शन के सपने को साकार कर रहे हैं।
पहले बाढ़ की बनती थी स्थिति आज नरेला का खुद का आदर्श ड्रेनेज सिस्टम
मंत्री सारंग ने भूमि-पूजन के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि पहले बारिश में निचली बस्तियों में बाढ़ की स्थिति निर्मित होती थी वहीं अब नरेला विधानसभा का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। जिसमें नालों का चैनेलैजेशन किया गया है। जिससे नरेला क्षेत्र की निचली बस्तियों में बारिश में बाढ़ की स्थिति निर्मित नहीं होती है। उन्होंने कहा कि नरेला में नालों का चैनलाइजेशन किया गया है। इससे शहर में बाढ़ का पानी अब बगैर किसी नुकसान के आसानी से शहर से बाहर निकाला जा रहा है।