मई के अंत में चीन का दौरा करेंगे आईएईए प्रमुख ग्रॉसी
बीजिंग
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के महानिदेशक राफेल ग्रॉसी मई के अंत में चीन का दौरा करेंगे।
ग्रॉसी ने यह जानकारी दी। उन्होंने चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, “चीन, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक स्थायी सदस्य और वैश्विक शक्तियों में से एक के रूप में एक ऐसा देश है जिसका वक्तव्य ऐसी कई चीजों में महत्वपूर्ण है, जिनमें आईएईए की भी कुछ भूमिका होती है … जब हम वैश्विक अप्रसार संबंधी मुद्दों के बारे में बात करते हैं, बीजिंग के साथ मेरी चर्चा अपरिहार्य हो जाती है।”
उन्होंने कहा कि चीन की उनकी यात्रा ‘बहुप्रतीक्षित यात्रा’ है, क्योंकि चीन आईएईए के सबसे महत्वपूर्ण भागीदारों में से एक है और हर मामले, विशेष रूप से परमाणु मामलों में वैश्विक नेता है।”
श्री ग्रॉसी ने कहा कि वह यात्रा के दौरान चीन के कुछ महत्वपूर्ण परमाणु संयंत्रों का दौरा करेंगे। गौरतलब है कि यह 2019 में आईएईए के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभालने के बाद से श्री ग्रॉसी की चीन की पहली यात्रा होगी।
ब्रिटेन ने रूस से हीरों के आयात पर लगाई पाबंदी
लंदन, 19 मई (वेब वार्ता)। ब्रिटेन ने रूस से हीरा, तांबा, एल्युमीनियम और निकल का आयात करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसकी घोषणा ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गुरुवार को की। स्काई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिबंधों में हीरा निर्यात बाजार पर चार अरब डॉलर जब्त करना भी शामिल है।
स्काई न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ब्रिटेन ने रूस के सैन्य औद्योगिक क्षेत्र में शामिल 86 व्यक्तियों और संस्थाओं पर भी पाबंदी लगा दी है। गौरतलब है कि श्री सुनक मौजूदा समय में ग्रुप ऑफ सेवन (जी7) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जापान के हिरोशिमा में हैं।
उधर, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने शुक्रवार को कहा कि यूरोपीय संघ रूसी हीरों में व्यापार को प्रतिबंधित करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा, “हम रूसी हीरों का व्यापार करने पर पाबंदी लगाएंगे।” एजेंसी फ्रांस प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक श्री मिशेल जापान के हिरोशिमा में आयोजित जी शिखर सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे हैं।
उल्लेखनीय है कि जी7 शिखर सम्मेलन 19 से 21 मई तक जापान हिरोशिमा में आयोजित किया जा रहा है और यह यूक्रेन संघर्ष, आर्थिक सुरक्षा, हरित निवेश और भारत-प्रशांत क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित रहेगा। भारत, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, इंडोनेशिया, कोमोरोस और कुक आइलैंड्स के नेताओं को जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। साथ ही संयुक्त राष्ट्र, विश्व बैंक और विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित सात अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को आमंत्रित किया गया है।