एमवीए में लोकसभा सीटों के बंटवारे का फार्मूला तय नहीं, हमारी 19 सीटें हमारे पास ही रहेंगी: संजय राउत
मुंबई
शिव सेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए महा विकास आघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे के फार्मूले को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है, लेकिन पिछले चुनाव में शिव सेना (अविभाजित) द्वारा जीती गई 19 सीटें उनकी पार्टी के पास ही रहेंगी।
नांदेड़ में पत्रकारों से राउत ने कहा कि शिव सेना (अविभाजित) ने 2019 के लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों में से 18 और दमन और दीव में एक सीट जीती थी।
हालांकि अविभाजित शिव सेना ने राज्य में पिछले आम चुनावों में 18 सीटें जीती थीं, लेकिन पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह के बाद 13 सांसद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिव सेना में शामिल हो गए। उन्होंने कहा, ''भले ही कुछ मौजूदा सांसद दलबदल कर गए हों, लेकिन सीटें शिव सेना ने जीती हैं और वे हमारे पास ही रहेंगी।''
उन्होंने कहा कि एमवीए के घटक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) द्वारा जीते गए चार निर्वाचन क्षेत्र और कांग्रेस द्वारा जीता गया एक निर्वाचन क्षेत्र भी उनके पास ही रहेगा।
शिव सेना (यूबीटी) के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि एमवीए एकजुट है और तीनों सहयोगियों के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने कहा, ''हम लोकसभा और विधानसभा चुनावों में एकजुट होकर लड़ेंगे और मौजूदा सरकार को हराएंगे।''
राउत ने कहा कि सीट बंटवारे का कोई फॉर्मूला अभी तय नहीं किया गया है क्योंकि बातचीत अभी शुरुआती चरण में है।
लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई 2024 में होने की उम्मीद है, जबकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अगले साल अक्टूबर-नवंबर में होने हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के पदाधिकारी ने पार्टी नेता पर कार्यकर्ताओं से पैसे मांगने का आरोप लगाया
महाराष्ट्र में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की बीड जिला इकाई के अध्यक्ष अप्पासाहेब जाधव ने उपाध्यक्ष सुषमा अंधारे पर अपने कार्यालय में एयर कंडीशनर लगवाने और उसके लिए फर्नीचर खरीदने के वास्ते पार्टी कार्यकर्ताओं से पैसे मांगने का आरोप लगाया है।
हालांकि, अंधारे ने जाधव के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है।
जाधव ने दावा किया कि उन्होंने इस मुद्दे पर हुए विवाद के बाद अंधारे को दो बार थप्पड़ मारा। हालांकि, अंधारे ने ऐसा कोई भी घटनाक्रम होने से भी साफ इनकार किया है।
जाधव ने कहा कि यह घटना रात को बीड शहर में हुई, जहां शनिवार को शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की एक रैली प्रस्तावित है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "हम पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन सुषमा अंधारे हमारे कार्यकर्ताओं से अपने कार्यालय में एसी लगवाने और फर्नीचर खरीदने के लिए पैसे मांग रही हैं। वह मेरे पार्टी पद को भी बेचने की कोशिश कर रही हैं। इसलिए, मेरा अंधारे से झगड़ा हुआ और मैंने उन्हें दो थप्पड़ भी मारे।"
वहीं, अंधारे ने संवाददाताओं से कहा, "(जाधव द्वारा लगाए गए) आरोप हास्यास्पद हैं। लेकिन, मैं यहां एकनाथ शिंदे गुट के पटकथा लेखक की तारीफ करना चाहूंगी।"
उन्होंने दावा किया, "बीड में लंबे समय के बाद शिवसेना (यूबीटी) की एक रैली होनी है और ये आरोप आगामी आयोजन को बदनाम करने की साजिश हैं। रैली स्थल पर जाधव और कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच विवाद हो गया। मैं विवाद सुलझाने के लिए पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ मौके पर पहुंची, लेकिन जाधव वहां से भाग गए।"
बीड जिला इकाई के दूसरे अध्यक्ष अनिल जगताप ने फेसबुक पर जारी एक लाइव वीडियो में कहा, "सुषमा अंधारे के नेतृत्व वाली महाप्रबोधन यात्रा यहां समाप्त होने वाली है और कई लोग इससे खुश नहीं हैं…। जाधव द्वारा बताया गया कथित घटनाक्रम पूरी तरह से झूठा है।"