Tesla ला रहा है सस्ती इलेक्ट्रिक कारें! जानें भारत में एंट्री का क्या है तैयारी?
नईदिल्ली
इलेक्ट्रिक कार निर्माता के तौर पर जो हनक टेस्ला की है, वो किसी से छुपी नहीं है. दुनिया भर में इस ब्रांड के भारी तादात में फैंस हैं. यूं तो टेस्ला लग्ज़री और महंगी कारों के निर्माण के लिए मशहूर है, लेकिन अब कंपनी मास-मार्केट के लिए किफायती इलेक्ट्रिक कार पेश करने की तैयारी कर रही है. Tesla ने हाल ही में अपनी आने वाले दो इलेक्ट्रिक वाहनों का एक टीज़र भी जारी किया है. इसके अलावा Elon Musk की ये कंपनी भारत में भी एंट्री के रास्ते तलाश रही है. बताया जा रहा है कि, टेस्ला इंक (Tesla Inc) ने घरेलू बिक्री और निर्यात के लिए इलेक्ट्रिक कारों के निर्माण के लिए भारत में एक कारखाना स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है.
सबसे पहले बात करते हैं Tesla की आने वाली किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों की. टेस्ला ने अपनी अपकमिंग इलेक्ट्रिक कार का एक और टीजर जारी किया है. टेस्ला की सबसे छोटी और सबसे सस्ती मॉडल होने वाली इस ईवी को 'मॉडल 2' (Model 2) नाम दिए जाने की उम्मीद है. टीज़र के अनुसार, देखने में ये एक हाई-राइडिंग क्रॉसओवर जैसी दिखती है, संभव है कि कंपनी इसमें कुछ स्टाइल और डिज़ाइन एलिमेंट्स मौजूदा मॉडल Y और मॉडल 3 से भी ले सकती है.
बताया जा रहा है कि, ये कार साइज में छोटी होगी और इसे मास-मार्केट के लिए तैयार किया जा रहा है. चूंकि यह मौजूदा मॉडलों के मुकाबले अधिक सस्ती होगी, इसलिए इससे बड़ी बिक्री की उम्मीद की जा सकती है. एलोन मस्क के अनुसार, यह एक पूरी तरह से नए प्लेटफॉर्म पर आधारित होगा, जो मॉडल 3 और Y के प्लेटफॉर्म की लागत का आधा होगा.
बैटरी पैक को लेकर क्या है रिपोर्ट:
हालांकि अभी इस आने वाली कार के बारे में कोई आधिकारिक जानकारी अभी साझा नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कंपनी इसमें तकरीबन 60kWh की क्षमता का बैटरी पैक दे सकती है. ऐसा माना जा रहा है कि, नई टेस्ला को सब-50kWh पैक और लगभग 300-350 किलोमीटर रेंज के साथ पेश किया जा सकता है.
शेयर होल्डर्स बैठक में, टेस्ला बॉस एलोन मस्क ने कहा कि कंपनी जल्द ही दो नए इलेक्ट्रिक वाहनों को पेश करेगी और कंपनी इन दोनों वाहनों का एक वर्ष में पाँच मिलियन यूनिट से अधिक का उत्पादन कर सकती है. टेस्ला सिर्फ एक नहीं बल्कि दो नई कार ला रहा है, हालांकि अभी दूसरे मॉडल के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है, लेकिन टीजर इमेज को देखकर लगता है कि यह एक वैन है.
भारत में एंट्री की क्या है तैयारी:
बीते दिनों ख़बर आई थी कि, कंपनी टेस्ला इंक (Tesla Inc.) के सीनियर अधिकारियों का एक समूह भारत आया है. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक टेस्ला इंक (TSLA.O) ने कार और बैटरी निर्माण के लिए भारत द्वारा दिए जा रहे प्रोत्साहनों के बारे में अधिकारियों के साथ चर्चा की है. इस रिपोर्ट में इस प्रोजेक्ट से जुड़े एक व्यक्ति के हवाले से बताया गया है कि, टेस्ला भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए नए सिरे से देख रहा है. कंपनी ने इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बनाने के लिए भारत में एक कारखाना स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है.
बता दें कि, टेस्ला अभी भी टेस्टिंग मोड में है और स्थानीय नीतियों को समझने की कोशिश कर रहा है. हालांकि टेस्ला के अधिकारियों के इस विजिट के बारे में विस्तृत जानकारी कंपनी या किसी भी भारतीय मंत्रालय द्वारा सार्वजनिक रूप से प्रकट नहीं किया गया है. ये भी ख़बर है कि, टेस्ला के अधिकारियों ने गुरुवार को भारत के आईटी मंत्री राजीव चंद्रशेखर से मुलाकात की. बहरहाल, टेस्ला के भारत में एंट्री को लेकर अभी बहुत कुछ कह पाना मुश्किल है.
जब Elon Musk ने की थी टैक्स में छूट की मांग:
एलन मस्क ने एक बार सोशल नेटवर्किंग साइट Twitter (जिसके अब वो मालिक बन चुके हैं) पर अपने एक पोस्ट में यूजर को जवाब देते हुए कहा था कि, "वो भारत में अपनी टेस्ला की कारों को लॉन्च करने के लिए सरकार से संघर्ष कर रहे हैं." दरअसल, उक्त यूजर ने एलन मस्क से ट्वीटर पर पूछा था कि, "वो भारत में टेस्ला की कारों को कब लॉन्च कर रहे हैं." वहीं सरकार ने एलन मस्क (Elon MusK) के "चुनौतियों" वाले दावों को खारिज कर दिया था, बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार मस्क सोशल मीडिया के माध्यम से सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे थें और वो चाहते हैं कि देश में आयात शुल्क कम किया जाए.
नितिन गडकरी ने दिया था जवाब:
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी बीते साल दिसंबर महीने में आयोजित एजेंडा आजतक में बोलते हुए कहा था कि, "टेस्ला के बॉस एलन मस्क का भारत में स्वागत है, यदि वो अपने वाहनों का निर्माण हमारे देश में करते हैं. हालांकि, यह संभव नहीं होगा अगर वह चीन में निर्माण कर रहे हैं और भारत में केवल मार्केटिंग के लिए रियायत चाहते हैं." गड़करी ने कहा था कि, "अगर मस्क किसी भी भारतीय राज्य में अपना प्रोडक्शन प्लांट शुरू करते हैं और वाहनों का निर्माण करते है तो ही वह सभी रियायतों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।