‘यूपी में का बा’ गाने वाली नेहा राठौर को सिसोदिया ने क्यों जेल से किया याद, लेटर में जिक्र
नई दिल्ली
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। शराब घोटाले में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के बाद मनीष सिसोदिया ने तिहाड़ जेल से तीन पन्नों का एक लेटर जारी किया है। हाथ से लिखे इस लेटर में सिसोदिया ने 'यूपी में का बा' गाकर चर्चित हुईं नेहा सिंह राठौर और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा का भी जिक्र किया है। उन्होंने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी 'जेल की राजनीति' हावी दिख रही है, लेकिन आने वाले समय में शिक्षा की राजनीति ही चलेगी।
मनीष सिसोदिया ने विपक्षी नेताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता के खिलाफ उठने वाली हर आवाज को जेल भेजकर या जेल भेजने की धमकी देकर सत्ता चलाना, देश के हरेक बच्चे के लिए शानदार स्कूल कॉलेज खोलने और चलाने से कहीं ज्यादा आसान है। उन्होंने नेहा और पवन खेड़ा का जिक्र करते हुए लिखा, 'उत्तर प्रदेश के हुक्मरानों को एक लोकगायिका का लोकगीत अपने खिलाफ लगा तो पुलिस का नोटिस भेजकर उसे जेल जाने की धमकी भिजवा दी। कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने मोदी जी के नाम में एक शब्द इधर-उधर कर दिया तो दो राज्यों की पुलिस ने उनसे एक खूंखार अपराधी की तरह फिल्मी अंदाज में जाकर दबोचा।'
सिसोदिया ने आगे कहा, 'अमृतकाल-मंथन के समय देश के सामने जेल की राजनीति और शिक्षा की राजनीति दोनों ही वजूद में है। देश साफ-साफ देख रहा है कि कौन खुद को बड़ा बनाने की राजनीति कर रहा है और कौन देश को बड़ा बनाने की राजनीति। यह बात जरूर है कि शिक्षा की राजनीति आसान काम नहीं है। यह कम से कम राजनीतिक सफलता का शॉर्टकर्ट तो बिल्कुल नहीं है।'शराब घोटाले में आरोपी बनाए गए सिसोदिया इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं। गुरुवार को ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया।