रायपुर
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने आज देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता की श्रेणी में आने वाले विभिन्न शालाओं में अध्ययनरत बच्चों को सम्मानित किया। ज्ञात हो किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2021 एवं नियम 2022 के तहत् महिला एवं बाल विकास विभाग के अधीनस्थ मिशन वात्सल्य के अंतर्गत संचालित बाल देखरेख संस्थाओं में निवासरत देखरेख एवं संरक्षण की आवश्यकता की श्रेणी में आने वाले विभिन्न शालाओं में अध्ययनरत 10 वीं और 12 वीं के बच्चों ने प्रथम श्रेणी प्राप्त किया है।
कलेक्टर डॉ. भुरे के निर्देशन एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी के मार्ग दर्शन में अधिनियमों के निहित प्रावधानों के अनुसार शालाओं में अध्ययनरत बच्चों में से 14 बच्चों ने कक्षा 10वी एवं कक्षा 12वीं की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण किया। बालकों को डॉ. भुरे ने सम्मानित करते हुए मार्गदर्शन एवं आशीर्वाद प्रदान किया। इस दौरान बालकों को बधाई दते हुए उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थिति में रहकर आप सभी ने बहुत अच्छा से पढ़ाई किया है। आप सभी को इसी तरह से निरंतर पढ़ाई करते हुए आगे बढ़ना है।विभिन्न राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए स्नातक तक की पढ़ाई जरूर करना है।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते करते हुए आगे की पढ़ाई करें और अपने पैरों में खड़ा हो सके । कक्षा 12वी की परीक्षा में 04 बालिका एवं 01 बालक ने प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया।इसी तरह कक्षा 10वी में 07 बालिका तथा 02 बालक प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण अधिकारी, मिशन वात्सल्य तथा संबंधित बाल देखरेख संस्थाओं के अधीक्षक उपस्थित रहे।