मध्यप्रदेश के अनुकूल हो राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा : स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार)राज्य मंत्री परमार
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा के विभिन्न बिंदुओं पर सुझावों के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ
भोपाल
स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्य मंत्री इन्दर सिंह परमार ने महर्षि पतंजलि संस्कृत संस्थान भोपाल में राष्ट्रीय पाठ्यचर्या (स्कूल शिक्षा 2023) NCF-SE रूपरेखा के विभिन्न बिंदुओं पर सुझावों के लिए आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया। राज्य मंत्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा मध्य प्रदेश के अनुकूल हो। प्रदेश की विविधता, विशेषताएं, शौर्य, भौगोलिक स्थिति, कृषि विशेषता, संस्कृति, इतिहास एवं जनजातीय विरासत आदि का शिक्षा की आवश्यकताओं के अनुरूप राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा में समावेश हो।
राज्य मंत्री परमार ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पक्ष में बेहतर सहभागिता करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति करोड़ों लोगो के सुझावों से तैयार व्यापक मंथन है। परमार ने कहा कि बालकों में साथी बेटियों के प्रति विश्वास और श्रद्धा का भाव व्यवहारिक जीवन में संस्कार युक्त प्रयोगों से आएगा। बच्चे वहीं सीखते हैं जो शिक्षक करते हैं, शिक्षकों को व्यवहारिक जीवन में संस्कृति और परम्पराओं का समावेश करना होगा। शिक्षा व्यवस्था में संस्कार देने की पद्धति विकसित करनी होगी। इससे हम प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और श्रेष्ठ नागरिक निर्माण के संकल्प को पूरा कर सकेंगे।
इस अवसर पर संचालक राज्य शिक्षा केंद्र धनराजू एस, अध्यक्ष मप्र पाठ्य पुस्तक स्थायी समिति प्रकाश वर्तुनिया, उपाध्यक्ष माध्यमिक शिक्षा मंडल डॉ रमा मिश्रा, शिक्षाविद भागीरथ कुमरावत सहित विभिन्न शिक्षाविद एवं विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।