साइलेंट किलर है ‘हार्ट अटैक’, कम उम्र में तेजी से बढ़ रहेअटैक
गलत लाइफ स्टाइल गलत खान-पान, तनाव, फैमिली हिस्ट्री और रिस्क फैक्टर्स बढाने वाली बीमारियों ने हार्ट अटैक के मामलों का ग्राफ उंचा कर दिया है। इन दिनों कम उम्र के लोगों को और जिम में वर्कआउट करने वालों को भी हार्ट अटैक आ रहे हैं।
हाल ही में बॉलीवुड एक्टर सुष्मिता सेन को हार्ट अटैक आया था। हालांकि इलाज के बाद अब वे स्वस्थ्य हैं। लेकिन कम उम्र में हार्ट अटैक का यह ट्रेंड लगातार सामने आ रहा है। दरअसल, हार्ट अटैक को एक साइलेंट किलर के तौर पर माना जाता है। इसलिए आमतौर पर हार्ट अटैक के लक्षणों को पहचानना आसान नहीं है, लेकिन यदि आप अगर कुछ सतर्क रहकर ध्यान दिया जाए तो बहुत पहले से ही इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। एक अध्ययन में दावा किया गया है कि शरीर में एक ऐसी स्थिति पैदा होती है, जिसे एंजाएना पेक्टोरिस कहा जाता है, जो हार्ट अटैक आने से एक दशक पहले यानी करीब 10 साल ही शुरू हो जाती है।
क्या होता है एंजाइना पिक्टोरिस
रिसर्च की रिपोर्ट के मुताबिक एंजाइना पेक्टोरिस कोरोनरी आर्टरी डिजीज का लक्षण है, जिसमें जब छींक आती है तो छाती पर दबाव पड़ता है, बहुत ज्यादा भारीपन महसूस होता है, इस समय ऐसा लगता है कि छाती बहुत टाइट हो गई है और छाती में दर्द भी होता है। यानी छाती से संबंधित अगर ये लक्षण दिखाई दे तो इस बात की बहुत आशंका है कि आपको 10 साल बाद हार्ट अटैक आ सकता है। दरअसल, एंजाइना पिक्टोरिस को लेकर कई रिसर्च हुई हैं। ऐसे ही एक रिसर्च में सामने आया है और इस रिसर्च को एचए जर्नल में प्रकाशित किया गया था। इस अध्ययन में 2002 से 2018 के बीच हुई लोगों की मौत का आंकड़ा जुटाया गया। इनमें करीब 5 लाख ऐसे लोगों की मौत हुई थी, जिन्हें कभी भी छाती में दर्द नहीं हुआ था या किसी तरह के हार्ट से संबंधित बीमारियां नहीं थी। जिन लोगों को छाती में बिना किसी कारण के दर्द हुआ, उनमें एक साल के अंदर हार्ट अटैक आने का जोखिम 15 प्रतिशत तक बढ़ गया। यह जोखिम अगले 10 सालों तक बना रहा। यानी छाती में दर्द की शिकायत लेकर जो भी व्यक्ति अस्पताल में आया, उसमें 10 साल बाद भी हार्ट अटैक का जोखिम बना रहा। एचए जर्नल के मुताबिक छाती में असहजता हार्ट अटैक के सबसे शुरूआती संकेत हैं। इसके साथ ही छाती के उपरी हिस्से में भी दर्द असामान्य बात है। वहीं सांस लेने में तकलीफ, बेचैनी, कोल्ड स्वेट, चक्कर आना इसके लक्षण है।
चिंता, स्ट्रेस, खांसी या घरघराहट भी दिल के दौरे के कुछ लक्षण हो सकते हैं। कुल जमा रिपोर्ट का कहना था कि अगर बगैर किसी कारण से आपकी छाती में किसी तरह का दर्द उठता है या छाती में दर्द की शिकायत के साथ आप अस्पताल पहुंचते हैं तो इसका यह मतलब भी हो सकता है कि आने वाले 10 साल में आपको हार्ट अटैक खतरा हो सकता है।
छींकने पर छाती में दर्द या दबाव पड़ता है तो इस लक्षण को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी को नहीं करना चाहिए इग्नौर।
हार्ट अटैक के सामान्य लक्षण
- सांस लेने में तकलीफ
- बेचैनी
- कोल्ड स्वेट, (ठंडा पसीना आना)
- चक्कर आना
- चिंता
- स्ट्रेस
- खांसी या घरघराहट