नारायणपुर
अबूझमाड़ में सक्रिय एक ईनामी नक्सल दंपती की बेटी ने स्वामी विवेकानंद आश्रम में पढ़ाई करने के बाद अपने गांव चली गई और विषम परिस्थितयों में पढ़ाई की और दसवीं की परीक्षा पास करने में सफलता हो गई। उसका सपना डाक्टर बनकर अपने गांव के लोगों की सेवा करने का है।
18 वर्ष की इस बेटी ने अबूझमाड़ के जंगल में माता पिता की अनुपस्थिति में पढ़ाई की और 54.5 प्रतिशत अंकों के साथ दसवीं की परीक्षा पास कर ली। उसके पिता सोनवरम सलाम और मां आरती पर पुलिस ने ईनाम घोषित कर रखा है। सोनवरम सलाम अबूझमाड़ के अकेबेड़ा व कुतुल एरिया कमेटी का कमांडर है। मां आरती निचले कैडर की नक्सली है। उसका एक भाई अकेबेड़ा स्थित स्वामी विवेकानंद आश्रम में नौवीं की पढ़ाई कर रहा है।
नक्सल दंपती की बेटी ने आठवीं तक नारायणपुर के स्वामी विवेकानंद आश्रम में पढ़ाई की थी। बाद में वह अपने गांव एनमेटा बाकुलवाही चली गई। कुछ दस्तावेजों की कमी के कारण उसका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाया जिससे आश्रम की पढ़ाई छूट गई। दो साल बाद वह अपने चचेरी बहन के पास भुरवाल गई और सरकारी स्कूल में दाखिला लेकर पढ़ाई शुरू की। अब कलेक्टर कह रहे हैं कि उसको सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।