भिलाई
इस्पात नगरी के साहित्यविद् आचार्य डा. महेशचन्द्र शर्मा को संस्कृत भाषा प्रचारिणी सभा नागपुर द्वारा विशेष रूप से आमन्त्रित किया गया। संस्था की ओर से विगत 72 वर्ष से विश्व के एकमात्र संस्कृत साप्ताहिक संस्कृतभवितव्यम् का प्रकाशन हो रहा है, जिसके प्रकाशक एवं सचिव डा.चन्द्रगुप्त श्रीधर वर्णेकर हैं। डा. शर्मा इसके आजीवन सदस्य हैं। इस समारोह में आचार्य डा.शर्मा को संस्कृतभवितव्यम् के अनेक विशेषांक भेंट किये गये।
स्वागत सम्मान के बाद उन्हें कवयित्री श्रीमती दुर्गा पारखी ने सौ संस्कृत पहेलियों की अपनी पुस्तक प्रहेलिकाशतकम् भेंट की। आचार्य शर्मा ने भी संस्था के छात्र – छात्राओं , विद्वान् पाठकों , समीक्षकों और युवावर्ग के लाभान्वित होने हेतु अपनी पुस्तकें गागर में सागर एवं साहित्य और समाज आदि भेंट कीं। उल्लेखनीय है कि पाँचवर्ष पूर्व भारत पुस्तक न्यास (एन.बी.टी.) नयी दिल्ली से प्रकाशित डा.शर्मा की एक अन्य कृति प्रेरणा प्रदीप के द्वितीय संस्करण के प्रकाशन की सूचना भी उन्हें एन.बी.टी. (भारत शासन ) के सूत्रों ने दी है। साहित्य – संस्कृति में लगातार सक्रिय संलग्नता हेतु सबने आचार्य डा. महेशचन्द्र शर्मा की सबने सराहना की । मौके पर दाऊ वासुदेव चन्द्राकर कामधेनु कृषि एवं पशु विश्वविद्यालय अंजोरा , दुर्ग के साहित्यप्रेमी प्रो.डा.मोहन सिंह भी विशेष रूप से उपस्थित थे।