स्वार-छानबे उपचुनाव में आजम खान और अनुप्रिया पटेल की प्रतिष्ठा लगी दांव पर, सुबह 7 बजे से शुरू हुई वोटिंग
रामपुर
रामपुर की स्वार और मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर 10 मई को उपचुनाव के लिए मतदान हो रहा है। इन दिनों ही सीटों पर दिग्गजों नेता आजम खान और अनुप्रिया पटेल की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई। बता दें, पक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी एक सीट बचाने और दूसरे की सीट कब्जाने की लड़ाई लड़ रहा है। दरअसल, रामपुर की स्वार सीट से अब्दुल्ला आजम विधायक थे। लेकिन, उनकी सदस्यता रद्द होने से स्वार सीट रिक्त हो गई थी। तो वहीं, मिर्जापुर की छानबे विधानसभा सीट पर विधायक राहुल कोल के निधन से खाली हुई सीट पर जंग है।
बता दें, अपना दल (एस) ने स्वार और छानबे सीट पर अपने-अपने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है, लेकिन दोनों ही सीटों पर इस बार भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। नतीजों के नफा-नुकसान दोनों भाजपा के खाते में जोड़े जाएंगे। बता दें, स्वार और छानबे सीट पर आज यानी 10 मई को उपचुनाव के लिए वोटिंग चल रही है और इन सीटों के परिणाम 13 मई को घोषित किए जाएंगे। जानकारी के मुताबिक, छानबे विधायक राहुल कोल के निधन के बाद खाली हुई सीट पर अपना दल (एस) ने दिवंगत विधायक की पत्नी को उम्मीदवार बनाया है।
वहीं, समाजवादी पार्टी ने छानबे सीट पर पिंकी कोल को टिकट दिया है जो राहुल कोल के खिलाफ भी चुनाव लड़ी थी। अपनी जीती हुई सीट को जीतने के लिए भाजपा गठबंधन यहां खूब पसीना बहा रहा है। दूसरी तरफ रामपुर की स्वार सीट पर पूर्व मंत्री और सपा के कद्दावर नेता आजम खान अपना आखिरी गढ़ बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। बेटे अब्दुल्लाह आजम की सदस्यता रद होने के चलते खाली हुई सीट पर सपा ने अनुराधा चौहान को उम्मीदवार बनाया है। करीब 21 साल बाद समाजवादी पार्टी ने यहां गैर-मुस्लिम उम्मीदवार उतारा है। लेकिन, स्वार सीट पर आजम खान की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है तो पसीना भी वही बहा रहे हैं। वहीं, इन दोनों सीटों पर बुधवार सुबह 7.00 बजे से मतदान शुरू होकर शाम 6.00 बजे तक चलेगा।
मतदेय स्थलों पर जो मतदाता सायं 6 बजे तक उपस्थित रहेंगे, उन सभी मतदाताओं द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया जा सकेगा। यह जानकारी भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से दी गई है। बता दें कि स्वार और छानबे विधानसभा सीट पर उपचुनाव को शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न कराने के लिए डीजीपी मुख्यालय ने 48 कंपनी पुलिस बल मुहैया कराया है।
इसमें 40 कंपनी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और 8 कंपनी पीएसी शामिल है। इसके अलावा 259 निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक, 2163 मुख्य आरक्षी एवं आरक्षी तथा 1497 होमगार्ड भी तैनात किए गए हैं। वहीं, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों को दी गई है।