लद्दाख और अरुणाचल में यूक्रेन जैसे हालात, राहुल ने कहा- US से नजदीकी पर तिलमिलाया है चीन
नई दिल्ली
लंदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरकार को जमकर निशाने पर ले रहे हैं। चीन के साथ सीमा तनाव पर भी राहुल गांधी ने अपने देश की सरकार को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में हम चीन के खतरे को अभी भांप नहीं पा रहे हैं। उन्होंने एक बार फिर बीजिंग के प्रति हमारी सरकार के रवैये पर सवाल उठाए और दावा किया लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में यूक्रेन जैसे हालात हैं। जिस प्रकार रूस यूक्रेन को अपना बताकर हमला करता है, उसी तरह चीन भी सीमा पर अपने सैनिकों की बड़ी संख्या में तैनाती के साथ लगातार इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। राहुल ने कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री जयशंकर से इस खतरे का भी उल्लेख किया, लेकिन उन्होंने इसे "हास्यास्पद विचार" करार दे दिया।
राहुल गांधी ने सोमवार को लंदन में चैथम हाउस थिंक टैंक में कहा, "मेरे विचार में, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में सैनिकों के पीछे मूल विचार वही है जो यूक्रेन में हो रहा है। मैंने विदेश मंत्री (एस जयशंकर) से इसका उल्लेख किया लेकिन वह मुझसे पूरी तरह असहमत हैं और सोचते हैं कि यह एक हास्यास्पद विचार है।" भारतीय सीमाओं की यूक्रेन से तुलना करते हुए राहुल ने कहा,"यूक्रेन में जो मूल सिद्धांत लागू किया गया है, वह यह है कि रूस ने यूक्रेन से कहा है कि हम यूरोप और अमेरिका के साथ आपके संबंधों को स्वीकार नहीं करते हैं और यदि आप इस संबंध को अपनी क्षेत्रीय अखंडता को चुनौती देते हैं, तो हम उसे ठीक करेंगे।"
चीन नहीं चाहता हम अमेरिका के नजदीक जाएं
राहुल ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे देश की सीमाओं पर यही हो रहा है। चीन नहीं चाहता कि हम अमेरिका के नजदीक जाएं। वह हमें यह कहकर धमका रहा है कि यदि तुमने संबंध जारी रखा तो हम कार्रवाई करेंगे। इसलिए लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश की सीमाओं पर ऐसा हुआ है।” गौरतलब है कि एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में, जयशंकर ने हाल ही में चीन पर भारत के रुख का बचाव किया था और कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थे जिन्होंने सैनिकों को वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भेजा था न कि राहुल गांधी ने।