आंखे नही होने के बावजूद मन की आँखों से लाठी के सहारे कर रहे नर्मदा जी की 28 सो किलोमीटर की पेदल परिक्रमा
दृष्टिहीन नर्मदा भक्त की अनूठी भक्ति
धार
जीवनदायिनी मां नर्मदा की परिक्रमा वैसे तो प्रतिवर्ष हजारो , लाखों श्रद्धालु करते हैं, लेकिन कई बार कुछ ऐसे श्रद्धालु भी मां नर्मदा की परिक्रमा पर आतेे हैं । जिनकी निष्ठा और ईश्वर भक्ति मे दृढ़ आस्था को देखकर हर कोई स्तब्ध रह जाता है । इसी तरह इस बार मां नर्मदा की परिक्रमा पर इसी प्रकार इस वर्ष ऐसे कई देवत्माओने मां नर्मदा की कठिन और दुर्गम परिक्रमा की जिसमें कुछ दिनों पूर्व दादा गुरु जी की 30 माह से अधिक निराहार परिक्रमा विज्ञान के लिए भी चुनौती थी, इसी प्रकार अभी हाल ही मे एक महिला का परिक्रमा मार्ग पर पानी पर चलने का विडिओ सोसल मीडिया पर जम कर वायरल हुआ था।
ऐसे ही एक नर्मदा भक्त हरीश धनगर जो दृष्टि हीं होने के बाद भी सिर्फ लाठी के सहारे मन में मां नर्मदा के प्रति आस्था लेकर नर्मदा परिक्रमा पर निकल पड़े इन दृष्टिबाधित नर्मदा भक्त के द्वारा अभी तक लग भग 116 दिन की नर्मदा परिक्रमा पूर्ण की जा चुकी है जिसको लेकर आज हमने दृष्टिहीन नर्मदा भक्त से मां नर्मदा परिक्रमा को लेकर चर्चा की, चर्चा के दौरान इनके द्वारा नर्मदा परिक्रमा में हुए घटनाक्रम और अपने अनुभव साझा कर युवाओं के लिए एक प्रेरणा संदेश भी दिया, साथ ही उनकी इस नर्मदा परिक्रमा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने की मांग भी की गई, इन नर्मदा भक्त का मानना है कि अभी तक किसी नेत्रहीन व्यक्ति के द्वारा मां नर्मदा की पैदल परिक्रमा नहीं की गई इसलिए उनकी इस नर्मदा परिक्रमा को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया जाना चाहिए।