कंगना रनौत: सेक्शुअल पसंद को बिस्तर तक रखें, हर जगह इसका प्रदर्शन न करें
मुंबई
समलैंगिक शादी के मुद्दे पर इन दिनों काफी बहस देखने को मिल रही है। सेम सेक्स मैरिज (Same Sex Marriage) को कानूनी मान्यता देने के मामले पर सोशल मीडिया यूजर्स भी खूब रिएक्ट कर रहे हैं और इस बीच बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत (Kangana Ranaut) ने इस पर लंबे चौड़े ट्वीट किए हैं। कंगना रनौत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सेक्शुअल पसंद को बिस्तर तक रखें और हर जगह इसका प्रदर्शन न करें। कंगना रनौत के ट्वीट्स तेजी से वायरल हो रहे हैं।
जेंडर सिर्फ आपके लिए महत्वपूर्ण
कंगना रनौत ने अपने पहले ट्वीट में लिखा, 'चाहे आप एक पुरुष / महिला / कुछ और हों, आपके जेंडर का आपके अलावा किसी के लिए कोई महत्व नहीं है, कृपया समझें। आज के वक्त में हम एक्ट्रेसेस या महिला निर्देशकों जैसे शब्दों का भी उपयोग नहीं करते हैं, हम उन्हें एक्टर्स और डायरेक्टर्स कहते हैं। आप दुनिया में क्या करते हैं यह आपकी पहचान है, न कि आप बिस्तर में क्या करते हैं। अपनी सेक्शुअल पसंद को बिस्तर तक रखें और हर जगह इसका प्रदर्शन न करें, उन्हें अपना पहचान पत्र या मेडल बना कर हर जगह न फहराओ।'
छुरी लेकर न घूमें….
कंगना ट्वीट में आगे लिखती हैं, 'सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हर उस व्यक्ति का गला काटने के लिए छुरी लेकर न घूमें जो आपके जेंडर से सहमत नहीं है। मैं फिर कह रही हूं कि आपका जेंडर आपकी पहचान नहीं है, इसे इस तरह से न बनाएं। मैं ग्रामीण क्षेत्र की महिला हूं और जिंदगी ने मुझे कोई रियायत नहीं दी। मुझे अभिनेताओं, फिल्म निर्देशकों, निर्माताओं और लेखकों की दुनिया में अपनी जगह बनानी थी, कभी भी लोगों को जेंडर या किसी अन्य शारीरिक विशेषताओं के लेंस से न देखें। आप जानते हैं कि कंगना को सिर्फ एक महिला समझने वालों का क्या हुआ। वे बड़े आश्चर्य में थे क्योंकि मैं नहीं हूं, मैं कभी भी खुद को या किसी और को इस तरह से नहीं देखती/समझती हूं।'
मैं इतना आगे नहीं आती अगर...
अपने दूसरे ट्वीट के आखिर में कंगना ने लिखा, 'मैं हमेशा लोगों के बीच में रही हूं, लोगों की क्षमताएं- ताकत, सिर्फ लोग न कि आदमी, पुरुष, होमो, हेट्रो, शारीरिक रूप से ताकतवर या फिर कमजोर। मैं जिंदगी में इतना आगे नहीं आ पाती अगर मैंने लोगों को ऐसे ही और कई तरह से जज किया होगा। आप क्यों अपने आस पास के लोगों की शारीरिकता पर अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। कृपया समझें कि यदि आपके पास दुनिया के बारे में ऐसा सीमित दृष्टिकोण और धारणा है तो आप बहुत दूर नहीं जाएंगे ……. और जो दूसरों का न्याय नहीं करते हैं वे कभी भी खुद का न्याय नहीं करेंगे …. तो अपने आप को जेंडर की सोच से मुक्त करें या कोई अन्य सीमित धारणा …. उठो और चमको जैसे कि तुम कौन हो और धर्म कहता है कि तुम भगवान हो जो भौतिक से परे पूर्ण दिव्य तरीके से हो … ऑल द बेस्ट।'