श्रीराम कथा श्रवण से मिलता है मोक्ष का मार्ग: शैलेन्द्र कृष्ण शास्त्री
श्रीराम कथा की महिमा और गुरु वंदना से गूंजा क्षेत्र, कलश यात्रा में उमड़ा जनसागर, भक्तिमय हुआ वातावरण
भोपाल। श्री मां दुर्गा मंदिर (भोपाल मेमोरियल अस्पताल के पास) से प्रारंभ होकर मानस धाम कॉलोनी, पिपलिया लांबाखेड़ा होते हुए कथा स्थल तक निकाली गई भव्य कलश यात्रा के साथ श्रीराम कथा का शुभारंभ हुआ। यात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं, श्रद्धालु एवं बालक-बालिकाएं कलश लेकर भक्ति गीतों पर झूमते हुए शामिल हुए। कथा का शुभारंभ धर्मपथिक शैलेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी महाराज के श्रीमुख से श्रीराम कथा महिमा और गुरु महिमा के वर्णन से हुआ। उन्होंने कहा कि श्रीराम कथा का श्रवण जीवन को पवित्र बनाता है और मनुष्य को भवसागर से पार कराने वाला श्रेष्ठ साधन है। श्रीराम भक्ति मन, वचन और कर्म की शुद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। गुरु महिमा पर प्रकाश डालते हुए शास्त्री जी ने कहा कि मनुष्य का जीवन गुरु के बिना अधूरा है। गुरु ही वह डोर है जो जीवन रूपी पतंग को सही दिशा देकर ऊँचाइयों तक पहुँचाती है। सही गुरु के मार्गदर्शन में चलने वाला व्यक्ति अज्ञान के अंधकार से निकलकर आत्मज्ञान के प्रकाश को प्राप्त करता है।
मधुर भजनों से वातावरण हुआ भक्तिमय
कथा पंडाल में संगीत मंडली ने भक्ति रस से ओतप्रोत भजनों की प्रस्तुति दी, जिन पर श्रद्धालु झूमते और भावविभोर होते नजर आए। कथा के पश्चात श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण किया गया। आयोजक सुधीर राय (संचालक, मैक्सवेल तौल कांटे वाले), सुनील राय एवं सचिन प्रकाशचंद राय ने बताया कि कथा प्रतिदिन दोपहर 2 से सायं 5 बजे तक आयोजित होगी।



