अडानी के शेयरों में उछाल, 4 दिनों में हुआ इतना लाभ
मुंबई
अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों सरकारी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) का बड़ा निवेश है. इसलिए अडानी ग्रुप के गिरते शेयरों के चलते विपक्ष के निशाने पर LIC आ गई. समूह की गिरते शेयरों का असर LIC के स्टॉक पर भी पड़ा. लेकिन पिछले दिनों बीमा कंपनी के शेयरों में भी तेजी देखने को मिली. शुक्रवार को लगातार तीसरे सत्र में अडानी समूह के शेयरों में तेजी के बाद LIC ने निवेश पर हुए अपने नुकसान की भरपाई कर ली.
सात कंपनियों में निवेश
बीमा कंपनी ने अडानी समूह की 10 लिस्टेड कंपनियों में से सात में निवेश किया है. अडानी ग्रीन एनर्जी में इसकी 1.28 फीसदी और अडानी पोर्ट्स में 9.14 फीसदी हिस्सेदारी है. पिछले एक महीने में अडानी पोर्ट्स के शेयरों में 25.36 फीसदी की तेजी आई है. शुक्रवार को अडानी पोर्ट्स के शेयर करीब 10 फीसदी बढ़कर 684.35 रुपये पर बंद हुए. जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी का शेयर 5 फीसदी उछलकर 562 रुपये पर बंद हुए.
अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई. ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 60 से 70 फीसदी घट गया. जैसे ही अडानी के शेयरों में गिरावट आई LIC का निवेश नेगेटिव हो गया. 24 फरवरी को अडानी समूह में एलआईसी के शेयरों की वैल्यू 30,127 करोड़ रुपये के खरीद मूल्य के मुकाबले घटकर 29,893.13 करोड़ रुपये रह गया.
कितना बढ़ा मुनाफा?
हालांकि, अमेरिकी बुटीक इन्वेस्टमेंट फर्म जीक्यूजी पार्टनर्स के अडानी ग्रुप में निवेश के बाद शेयरों में जोरदार तेजी दर्ज की गई और LIC के हुए नुकसान की भरपाई हो गई. मुश्किल दौर से गुजर रहे अडानी ग्रुप में बीमा कंपनी का निवेश वैल्यू 9,000 करोड़ रुपये बढ़कर 39,068.34 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. स्टॉक एक्सचेंजों के हवाले से पीटीआई ने ये आंकड़े बताए हैं.
फरवरी में एक समय इस दिग्गज बीमा कंपनी को अडानी समूह के शेयरों में अपने निवेश पर लगभग 50,000 करोड़ रुपये का भारी घाटा हुआ था. अडानी के सात शेयरों-अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अडानी टोटल गैस,अडानी ट्रांसमिशन, अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी – में इसके निवेश का कॉम्बाइंड मार्केट वैल्यू 23 फरवरी को 82,970 रुपये से घटकर 33,242 करोड़ रुपये रह गया था.
LIC की हिस्सेदारी
LIC ने 30 जनवरी को एक बयान में कहा था कि 31 दिसंबर 2022 तक अडानी समूह की कंपनियों के तहत इक्विटी और कर्ज के तहत उसकी कुल हिस्सेदारी 35,917.31 करोड़ रुपये थी. 27 जनवरी, 2023 को बाजार बंद होने के समय निवेश का बाजार मूल्य 56,142 करोड़ रुपये था. पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में अडानी की कंपनियों के शेयरों में काफी तेजी आई है. अडानी ग्रुप की लिस्टेड 10 कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन में 1.73 लाख करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.