दुर्ग.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग शहर स्थित जवाहर नगर मिनी स्टेडियम में सोमवार घर वापसी कार्यक्रम की एक बार फिर शुरुआत हुई. भाजपा नेता प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने 100 ईसाई धर्म अपनाए हुए परिवार के सदस्यों के पैर पवित्र गंगाजल से धोकर पुनः हिंदू धर्म में वापसी कराई. इस दौरान कार्यक्रम स्थल पर आसपास के इलाकों के काफी लोग पहुंचे. घर वापसी करने वाले अधिकांश परिवार मूलतः उड़ीसा के रहने वाले हैं, जो दुर्ग में वर्तमान समय में निवासरत हैं.
ऑपरेशन घर वापसी के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा, इतिहास साक्षी है कि जिन जगहों पर हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ है, जहां हिंदू अल्पसंख्यक हुए हैं वह क्षेत्र भारत से अलग हो गया. एक समय में अखंड भारत अफगानिस्तान से लेकर इंडोनेशिया तक था. इसमें सारे हिंदू थे. हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ और वह भाग देश से अलग हो गया. हिन्दू घटा है और देश बंटा है. हिंदुओं की घर वापसी बहुत आवश्यक है और यह हमेशा चलती रहनी चाहिए.
प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा, मेरे पिता और बीजेपी के दिग्गज नेता रहे दिवंगत दिलीप सिंह जूदेव ने भी पूरे जीवन धर्मांतरित हो चुके लाखों लोगों के पैर गंगाजल से पखारकर, उन्हें सम्मान देकर घर वापसी कराई. वे पैर धोकर यह संदेश देना चाहते थे कि हम सभी हिंदू एक हैं. आपस का भेदभाव और जातपात हटाकर वे हिंदू एकता की बात करते थे. आज मेरा भी यही प्रयास है. मैं उन्हीं के काम को आगे बढ़ा रहा हूं.
उन्होंने कहा कि घर वापसी का कार्यक्रम धर्मांतरण माफियाओं के खिलाफ एक युद्ध जैसा है. प्रदेश में लगातार बढ़ रहे धर्मांतरण और बस्तर संभाग के नारायणपुर में आदिवासी समाज के ऊपर होते मिशनरी अत्याचार से निजात दिलाना जरूरी है. जनजातीय संस्कृति को नष्ट करने की मिशनरी माफियाओं की गहरी साजिश है. हमारे लोगों की दिनदहाड़े हत्याएं हो रही हैं.
प्रशासनिक अधिकारियों के ध्यानाकर्षण के बावजूद सरकार निष्क्रिय बनी हुई है. राष्ट्र की रक्षा के लिए सभी सनातनियों को एक होना होगा. धर्म की रक्षा करना सभी हिंदुओं का कर्तव्य है. वह अपने पिता दिलीप सिंह जूदेव के कार्यक्रम को ही आगे बढ़ा रहे हैं. धर्म रक्षक समितियों आर्य समाज और समस्त हिंदू समितियों की तरफ से धर्म की रक्षा के लिए कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. सनातन संस्कृति की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है.
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में सर्व हितकारिणी मानव सेवा संस्था आर्य समाज ने यह राष्ट्र रक्षा महासम्मेलन आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में आचार्य सुदेव आर्य, आचार्य महावीर सिंह आर्य, दयानंद मठ चंबा हिमाचल प्रदेश से मां सरस्वती देवी और ऑपरेशन घर वापसी के प्रमुख प्रबल प्रताप सिंह जूदेव मौजूद रहे.