डिजिटल क्रांति के इस दौर में पंचायतों को भी बनाया जा रहा है स्मार्ट : प्रधानमंत्री मोदी
रीवा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया है और आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। आज भारत की पंचायतें गांवों के विकास की प्राणवायु बनकर उभर रही हैं। आज ई-ग्राम स्वराज-जेम इंटीग्रेटेड पोर्टल शुरू होने से पंचायतों के माध्यम से होने वाली खरीद की प्रक्रिया सरल और पारदर्शी बनेगी। डिजिटल क्रांति के इस दौर में अब पंचायतों को भी स्मार्ट बनाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को रीवा में आयोजित राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में ई-जेम और ई-ग्राम स्वराज के एकीकृत पोर्टल का शुभारंभ किया। साथ ही समावेशी विकास के पोर्टल का भी शुभारंभ किया गया। प्रधानमंत्री ने समारोह में हरी झंडी दिखाकर तीन नई रेलगाड़ियों की शुरुआत की। उन्होंने 2300 करोड़ की नई रेल परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने 7853 करोड़ रुपये की पांच नल-जल योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने समारोह में वर्चुअली प्रदेश के चार लाख 11 हजार ग्रामीण आवासों में गृह प्रवेश कराया। प्रधानमंत्री मोदी स्वामित्व योजना के तहत देश के एक करोड़ 25 लाख हितग्राही को स्वामित्व संपत्ति कार्ड प्रदान किए।
प्रधानमंत्री समारोह में संबोधित करते हुए कहा कि पंचायती राज संस्थाएं लोकतंत्र की भावना को बढ़ावा देने के साथ हमारे नागरिकों के विकास की आकांक्षाओं को पूरा करती हैं। देश की ढाई लाख से अधिक पंचायतों को, राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। उन्होंने कहा कि हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं। हम सभी इस देश के लिए इस लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। काम के दायरे भले ही अलग हों, लेकिन लक्ष्य एक ही है जनसेवा से राष्ट्रसेवा। आजादी के इस अमृतकाल में, हम सभी देशवासियों ने विकसित भारत का सपना देखा है और इसे पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने पंचायतों से भेदभाव किया, अब उनसे उलटा हम उन्हें सशक्त कर रहे हैं। 2014 से पहले पंचायतों के लिए वित्त आयोग का अनुदान 70 हजार करोड़ से भी कम था। इतनी कम राशि से इतना बड़ा देश, इतनी सारी पंचायतें कैसे अपना काम कर पातीं। 2014 में हमारी सरकार आने के बाद पंचायतों को मिलने वाला यह अनुदान 70 हजार से बढ़ाकर दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया है। 2014 से पहले के 10 साल में केंद्र सरकार की मदद से 6 हजार के आसपास पंचायत भवन बनवाए गए थे। हमारी सरकार ने 8 साल के अंदर 30 हजार से ज्यादा नए भवन बनवा दिए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूज्य बापू कहते थे कि भारत की आत्मा गांवों में बसती है, लेकिन कांग्रेस ने गांधी के विचारों को भी अनसुना किया। 90 के दशक में पंचायती राज के नाम पर खानापूर्ति की, ध्यान नहीं दिया। 2014 के बाद से देश ने अपनी पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया। आज इसके परिणाम नजर आ रहे हैं। हमारे यहां गाव के घरों के प्रापर्टी के कागजों को लेकर बहुत उलझनें रही हैं। इसके चलते भांति-भांति के विवाद होते हैं, अवैध कब्जों की आशंका होती है। पीएम स्वामित्व योजना से अब ये सारी स्थितियां बदल रही हैं।
उन्होंने कहा कि देश के गांवों को जब बैंकों की ताकत मिली है, तो खेती-किसानी से लेकर व्यापार कारोबार तक, सब में गांव के लोगों की मदद हो रही है। हमने जनधन योजना चलाकर गांव के 40 करोड़ से ज्यादा लोगों के बैंक खाते खुलवाए। हमने इंडिया पोस्ट पैमेंट बैंक के माध्यम से गांवों तक बैंकों की पहुंच बढ़ाई।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए देश की हर पंचायत, हर संस्था, हर प्रतिनिधि, हर नागरिक को जुटना होगा। ये तभी संभव है, जब हर मूल सुविधा तेजी से शत-प्रतिशत लाभार्थी तक पहुंचे, बिना किसी भेदभाव के पहुंचे। पंचायतों द्वारा खेती से जुड़ी नई व्यवस्थाओं को लेकर भी जागरुकता अभियान जलाने की जरूरत है। प्राकृतिक खेती को लेकर आज देश में बहुत व्यापक स्तर पर काम चल रहा है। मेरा आग्रह है कि हमारी पंचायतें, प्राकृतिक खेती को लेकर जनजागरण अभियान चलाएं।
इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश बदल गया है। उन्होंने कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी जी विंध्य को रेल कनेक्टिविटी भी दे रहे हैं। रीवा से नागपुर आप सीधे जुड़ जाएंगे। केवल रेल कनेक्टिविटी ही नहीं, हमें नए एयरपोर्ट की सौगात मिल रही है। उन्होंने कहा कि एक जमाने में बाण सागर बांध जैसी परियोजनाओं का केवल शिलान्यास होता था, जो कभी पूरी नहीं हुई, लेकिन ये प्रधानमंत्री का नेतृत्व है कि सवा तीन लाख एकड़ जमीन में अकेले रीवा जिले में और सतना, सीधी जिले में भी सिंचाई हो रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने का मंत्र दिया था। रीवा जिले में ही गेहूं का उत्पादन साढे चार गुना, धान का उत्पादन साढे पांच गुना, सरसों का उत्पादन 35 गुना तक हो गया है। उन्होंने जो कहा था, वो मप्र की धरती पर हुआ। किसानों की आय दोगुनी से ज्यादा हुई है। आज गांव-गांव में फोर व्हीलर है, कृषि के क्षेत्र में हम आगे बढ़ रहे हैं। रीवा में 750 मेगावाट बिजली उत्पादन का चमत्कार हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र को 40 लाख और शहरी क्षेत्र को 10 लाख घर दिए। हम तेजी से मकान बनाने का काम पूरा कर रहे हैं। आज 4 लाख 11 हजार घरों में गृह प्रवेशम है।