खजुराहो की पहचान अव भारत के पहले FTO के रूप में,भारत के युवाओं का पायलट बनने का सपना फ्लाई ओला करेंगी पूरा
खजुराहो
खजुराहो अब तक अपनी विरासत एवं प्राचीन मंदिरों के लिए जाना जाता था लेकिन खजुराहो की पहचान अव भारत के पहले FTO(फ्लाइंग ट्रेनिंग ऑर्गेनाइजेशन) के रूप में भी होंगी क्योंकि खजुराहो एयरपोर्ट पर FTO फ्लाईओला एवियशन एकेडमी द्वारा C-98 सुपरकिंग्स B200 एयरक्राफ्ट जैसे विमानों से प्रशिक्षण दिया जाएगा, फ्लाई ओला के प्रबंध निदेशक एस राम ओला ने बताया कि आज की तारीख में पूरे एशिया में ऐसा कोई संगठन नहीं है जो इन विमानों का प्रशिक्षण प्रदान करता है,
भारतीय नागरिक उड्डयन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए और भारत के लिय प्रधान मंत्री द्वारा शुरू की गई' आत्मनिर्भर भारत की दृष्टि के अनुरूप, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने विभिन्न हवाई अड्डों पर उड़ान प्रशिक्षण संगठनों की स्थापना करने का निर्णय लिया साथ ही अब तक भारत के सभी छात्रों को जिन्हें हाई परफॉरमेंस एयरक्राफ्ट पर प्रशिक्षण लेने की आवश्यकता होती थी, उन्हें देश से बाहर जाना पड़ता था, लेकिन अब वह अब फ्लाई ओला एविएशन एकेडमी में छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा जिन्हें इन विमानों में प्रशिक्षण की आवश्यकता है। यह देश के लिए विदेशी मुद्रा के मामले में भी फायदेमंद होगा।
अगर आप भी बनना चाहते पायलट तो ये हैं मापदंड –
पायलट के रूप में अपना करियर बनाने के लिय आपको 12वीं कक्षा को फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ विषय के साथ अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण करना होगा इसके बाद आपको एलियंस कोर्सेज में एडमिशन मिल जायगा,जब छात्र Student pilot license प्राप्त कर रहा है तब उस की न्यूनतम आयु 17 वर्ष और कमर्शियल लाइसेंस के लिए आयु सीमा 18 वर्ष निर्धारित की गई है।, साथ ही वह फिजिकल और मेंटल रूप से स्वस्थ होना चाहिए
एशिया का पहला हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग सेंटर बनेगा खजुराहो में-फ्लाई ओला के प्रबंध निदेशक एस राम ओला ने बताया कि खजुराहो में जल्दी आने वाले 1 या 2 महीने में एशिया का पहला हेलीकॉप्टर ट्रेनिंग सेंटर भी शुरु किया जा रहा हैं यह समूचे बुंदेलखंड और खजुराहो वासियों के लिए गौरव की बात है
आज के कार्यक्रम में ये रहे मुख्य रुप से मौजूद डायरेक्टर मोनिका तिवारी ,कैप्टन बुद्धि राजा,विवेक यादव टेक्निकल इंजीनियर, राकेश मिश्रा एडमिन मैनेजर