धार्मिक

फलदायी अक्षय तृतीया पर नहीं है विवाह का शुभ मुहूर्त

 हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है. वहीं, इस बार दिनांक 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया है. इसे अनंत अक्षय अक्षुण्ण फलदायी कहा जाता है. जो कभी क्षय नहीं होता है, उसे अक्षय कहा जाता है. इस दिन स्वयंसिद्ध मुहूर्त है. इस दिन भगवान विष्णु के अंशावतार महर्षि वेदव्यास ने महाभारत लिखना शुरु किया था. इसी दिन मां गंगा स्वर्ग से पृथ्वी पर आई थीं.

यही वो दिन है, जब भगवान श्री हरि विष्णु के अवतार भगवान परशुराम का जन्म हुआ था. अक्षय तृतीया के दिन तो वैसे कोई भी शुभ काम किए जा सकते हैं, लेकिन इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. तो ऐसे में आइए आज हम आपको अपने इस लेख में बताएंगे कि अक्षय तृतीया के दिन किन चीजों का दान करना चाहिए, साथ ही इस बार अक्षय तृतीया के दिन विवाह का शुभ मुहूर्त क्यों नहीं है.

कब है अक्षय तृतीया
इस बारद अक्षय तृतीया दिनांक 22 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 49 मिनट से लेकर अगले दिन दिनांक 23 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 47 मिनट तक है.

पूजा का शुभ मुहूर्त दिनांक 22 अप्रैल को सुबह 07 बजकर 49 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा.

इन चीजों का दान करना होता है शुभ और करें ये नया व्यापार
अक्षय तृतीया के दिन पंखा, चावल, नमक, घी, चीनी, सब्जी, फल, इमली और वस्त्र वगैरह का दान शुभ माना जाता है. यह तिथि किसी भी नये काम की शुरुआत, खरीदारी, विवाह के लिए बहुत शुभ है. इस दिन को स्वयंसिद्ध मुहूर्त माना गया है. इस शुभ कार्यों के अलावा मुख्य रूप से शादी, सोना खरीदना, नया सामान, गृह प्रवेश, वाहन खरीदना, भूमि पूजन और नया व्यापार प्रारंभ कर सकते हैं.

अक्षय तृतीया के दिन नहीं है शुभ विवाह मुहूर्त
कई सालों के बाद इस बार ऐसा संयोग बन रहा है कि अक्षय तृतीया के दिन शादी का कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. वहीं ज्योतिषियों का कहना है कि दिनांक 27 अप्रैल तक गुरु अस्त हैं और गुरु अस्त होने की वजह से विवाह का कोई शुभ मुहूर्त नहीं हैट. अब 27 अप्रैल के बाद विवाह का शुभ मुहूर्त है. इसलिए इस बात का खास ध्यान रखें.

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