बालाघाट व सिवनी में 3 हजार से अधिक गायें लंपी रोग से पीड़ित
जबलपुर
बालाघाट व सिवनी जिला अंतर्गत करीब 3 हजार गायें लंपी रोग से पीड़ित हो गई है। एक माह के दौरान इस बीमारी से 30 गायों की मौत की खबर है। बालाघाट जिला कलेक्टर डॉ गिरीश कुमार मिश्रा ने जिले में 144 धारा लागू करते हुए यह निर्देश जारी किए है कि जिले में बाहर से कोई भी व्यक्ति पशुओं को लेकर नहीं आएगा। पशु मण्डी खोलने पर रोक लगा दी गई है एवं गोशालाओं पर खास नजर रखी जा रही है। गायों के स्वास्थ्य परीक्षण-निरीक्षण के लिए जबलपुर जिला पशु चिकित्सालय की एक टीम भी बालाघाट गई है। आज शाम तक जबलपुर संभागाआयुक्त अभय वर्मा भी बालाघाट पहुंच रहे हैं।
यहां सबसे ज्यादा असर
जानकारों की मानें तो बालाघाट जिले के विकासखंड लालबर्रा के ग्राम बेलगांव, मेहगांव, खैरी, खिर्री, सालेमोह खोंगा टोला, भुट्टा हजारी, विकासखंड बालाघाट के ग्राम बड़ी कुम्हारी छोटी कुम्हारी एवं विकासखंड किरनापुर के ग्राम सालेटेका एवं चिखला में बीमारी का कहर है। सरकारी टीम इन इलाकों का भ्रमण कर लंपी रोग से प्रभावित पशुओं के नमूने एकत्रित कर रही है।
बालाघाट के ग्राम बड़ी कुमारी में कलेक्टर डॉ गिरीश मिश्रा द्वारा संयुक्त दल के साथ भ्रमण कर रोग के संक्रमण की स्थिति का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर डॉ पी के अतुलकर उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं बालाघाट डॉ राजेश नागपुरे वरिष्ठ पशु चिकित्सक एवं डॉ अमित कावड़े पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ से जानकारी ली गई।
पिछले साल हुआ था यह रोग
बालाघाट में ये बीमारी डेढ़ साल पहले भी हुई थी, पर कंट्रोल कर ली गई थी। सवाल उठ रहा है कि यदि समय रहते गायों को गोटपाक्स नामक वैक्सीन दिया गया होता तो यह बीमारी दूसरी बार नहीं आती। इस सम्बंध में अधिकारी ज्यादा कुछ भी कहने से बच रहे हैं।