प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में तीसरे चरण में 43 हजार सीटों पर हुए प्रवेश, 19 हजार सीटें रह गईं खाली
भोपाल
प्रदेश के इंजीनियरिंग कॉलेजों में 20 कोर्सों में खाली एक लाख सीटों पर प्रवेश के लिए कॉलेज लेवल काउंसलिंग (सीएलसी) के अतिरिक्त चरण की प्रक्रिया समाप्त हो गई है। तकनीकी शिक्षा विभाग (डीटीई) को खाली सीटों को भरने के लिए अतिरिक्त चरण की काउंसलिंग प्रक्रिया भी चलानी पड़ी थी। इस चरण में करीब छह हजार प्रवेश हुए हैं। इंजीनियरिंग की 52 ब्रांच में 62 हजार सीटों में से 43 हजार पर प्रवेश हुए हैं। करीब 19 हजार सीटें अभी भी खाली रह गई हैं।
अगर स्नातक-परास्नातक सभी पाठ्यक्रमों की बात करें तो एक लाख 83 हजार सीटों में से करीब एक लाख 22 हजार प्रवेश हुए हैं, जबकि करीब 61 हजार सीटें खाली हैं। बीई में पिछले वर्ष की तुलना में तीन हजार अधिक प्रवेश हुए हैं। डीटीई द्वारा सात से 23 अक्टूबर तक तीसरे चरण में सीएलसी की प्रक्रिया चलाई गई। इसमें एमबीए में 515 प्रवेश हुए हैं। पिछले वर्ष अतिरिक्त चरण की काउंसलिंग में करीब 700 प्रवेश हुए थे। इसके अलावा एमसीए और एमटेक में 200 से अधिक प्रवेश हुए हैं। वहीं आठ पाठ्यक्रम ऐसे हैं, जिनमें कम प्रवेश हुए हैं।
लेटरल एंट्री से 1350 प्रवेश हुए
इंजीनियरिंग कॉलेजों में दूसरे वर्ष के विद्यार्थियों के लिए लेटरल एंट्री से बीफार्मा में 250 विद्यार्थियों को प्रवेश मिला है। इसके अलावा डिप्लोमा से बीफार्मा में 580 और आईटीआई से डिप्लोमा में करीब 520 विद्यार्थियों ने इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया है।
प्रदेश के तीन नए विश्वविद्यालयों के प्रथम कुलगुरु नियुक्त
उधर, प्रदेश में नवसृजित तीन विश्वविद्यालयों में कुलगुरुओं की नियुक्ति कर दी गई है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने खरगोन स्थित क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय, गुना स्थित क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय और सागर स्थित रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय के प्रथम कुलगुरुओं की नियुक्ति की। तीनों कुलगुरुओं का कार्यकाल चार वर्ष का या 70 वर्ष की आयु जो भी पूर्वतर हो रहेगा।
इसमें खरगोन स्थित क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के कुलगुरु आरकेडीएफ विश्वविद्यालय भोपाल के फार्मेसी विभाग के निदेशक डा. मोहन लाल कोरी को नियुक्त किया है। वहीं, गुना स्थित क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय के कुलगुरु बुंदेलखंड पीजी कॉलेज, झांसी के राजनीति विज्ञान विभाग एवं शोध केंद्र के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. किशन यादव और सागर स्थित रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय के कुलगुरु जीएस कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनामिक्स, जबलपुर के प्रोफेसर डॉ. विनोद कुमार मिश्रा को नियुक्त किया गया है।