भोपालमध्यप्रदेश

राज्य स्तरीय निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति की 7वीं बैठक हुई

भोपाल
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य स्तरीय निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति की 7वीं बैठक मंत्रालय में प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री गुलशन बामरा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में विशेष रूप से मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन द्वारा दिये गये निर्देशों के अंतर्गत नगरीय निकायों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) को नियंत्रित करने के लिये उपायों की समीक्षा की गई। विभिन्न शहरों के प्रस्तुतिकरण में यह पाया गया कि सभी निकायों द्वारा कार्य-योजना के अनुसार कार्रवाई की जा रही है, जो संतोषजनक पाई है। बैठक में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न नगरीय निकायों में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, देवास और सागर के कलेक्टर्स द्वारा इन शहरों में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिये किये गये विभिन्न कार्यों का विवरण प्रस्तुत किया गया।

प्रमुख सचिव पर्यावरण श्री बामरा द्वारा सभी संबंधित शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (ए.क्यू.आई.) को वर्तमान शीतकालीन ऋतु में विशेष रूप से नियंत्रित रखने के लिये कार्य-योजना अनुसार विभिन्न त्वरित उपाय करने के लिये निर्देशित किया गया। श्री बामरा ने बैठक में कहा कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन नियम-2016 के अनुसार ओपन बॉयोमॉस/गारबेज जलाने पर कड़ाई से प्रतिबंध लगाया जाये और समस्त सफाई मित्रों को कचरा एकत्रीकरण के पश्चात न जलाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि शहर में जहाँ ज्यादा धूल उड़ने की संभावना है, उसे हॉट-स्पॉट के रूप में चिन्हित कर वहाँ पर जल छिड़काव नियमित रूप से किया जाये। शहर में ऐसे स्थान चिन्हित किये जायें जहाँ भारी वाहन गतिविधियाँ संचालित होती हैं और पीक ऑवर्स के समय इन्हें ट्रैफिक डायवर्जन कर नियंत्रित किया जाये।

श्री बामरा ने कहा कि वाहनों के पीयूसी प्रमाण-पत्र की जाँच के लिये विशेष अभियान चलाया जाये। उन्होंने कहा कि आगामी दीपावली उत्सव के दौरान ग्रीन फटाखों के उपयोग के लिये जन-जागृति अभियान चलाकर प्रोत्साहित किया जाये। श्री बामरा ने नगरीय निकायों के प्रतिनिधियों से विशेष रूप से यह आग्रह किया कि आपके शहर के आसपास के खेतों में ग्रामीण क्षेत्रों में पराली जलाने की गतिविधियों पर निगरानी रखकर चालान की कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय निगरानी एवं क्रियान्वयन समिति की बैठक नियमित रूप से की जाये और स्थानीय विभिन्न विभागों से समन्वय कर वायु गुणवत्ता सुधार के लिये प्रभावी कदम उठाये जायें।

समिति के सदस्य के रूप में सदस्य सचिव, मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा प्रदेश स्तर पर राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के क्रियान्वयन पर प्रस्तुतिकरण दिया गया। इस अवसर पर भारत सरकार के पर्यावरण, वन, जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की ओर से केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंचलिक कार्यालय के वैज्ञानिक के अलावा समिति के सदस्य के रूप में मध्यप्रदेश चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्रीज के प्रतिनिधि और जिलों के नगरीय निकायों के आयुक्त भी उपस्थित रहे।

 

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