यूपी निकाय चुनाव : लखनऊ की बीजेपी मेयर प्रत्याशी के सामने ये बड़ी चुनौती, इन चेहरों को लाना होगा अपने समर्थन में
लखनऊ
लखनऊ में भाजपा से महापौर पद की प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल के सामने सभी क्षत्रपों को साधने की बड़ी चुनौती खड़ी है। खासकर उन चेहरों को अपने समर्थन एकजुट करने की जो महापौर पद के दावेदार थे। इसका अंदाजा सुषमा खर्कवाल को भी है। यही वजह है कि नामांकन के पहले और बाद में उन्होंने उन सभी से मुलाकात कर सहयोग मांगा। दूसरी बार मौका न पा सकीं निवर्तमान मेयर संयुक्ता भाटिया अस्वस्थ होने के चलते अस्पताल में भर्ती हैं। सुषमा उनसे मिलने आलमबाग के अवध अस्पताल पहुंचीं। वहां भर्ती संयुक्ता भाटिया से उन्होंने कुशलक्षेम पूछा और शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
भाजपा ने महापौर पद के लिए सुषमा खर्कवाल के नाम का ऐलान कर सबको चौंका दिया था। किसी के समझ में नहीं आया कि यह नाम कहां से आया। सुषमा भले ही किसी की नजर में न रहीं हों लेकिन संगठन की नजर में जरूर थीं। संगठन ऐसा नाम चाहता था जिस पर सभी सहमत हो जाएं। यही वजह रही कि गैर विवादित चेहरा मैदान में उतारकर सभी को चुप कर दिया।
निवर्तमान मेयर संयुक्ता भाटिया को पूरा भरोसा था कि उन्हें दोबारा मौका मिलेगा। इसी तरह स्व. अखिलेश दास की पत्नी अलका दास तथा अपर्णा यादव के नाम भी सामने आ रहे थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की पत्नी नम्रता पाठक का भी नाम महापौर पद के दावेदारों में माना जा रहा था। भाजपा ने नया तथा गैर विवादित चेहरा लाकर तमाम कयासों पर विराम लगा दिया।
अपर्णा यादव और नम्रता पाठक से मिलने पहुंचीं
सुषमा बीबीडी ग्रुप की चेयरपर्सन डॉ. अलका दास, चेयरमैन विराज सागर दास से मिलने उनके विक्रमादित्य आवास भी पहुंची। अलका दास से मिलने के बाद सुषमा ने अपर्णा यादव से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मेरी मां अंबी बिष्ट पौड़ी जिले से हैं। इस नाते आप भी मेरी मां के समान हैं। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के सरकारी आवास पहुंचीं सुषमा ने पत्नी नम्रता पाठक से मुलाकात कर चुनाव में सहयोग मांगा।