अब ट्रेन में महिला कोच में सफर करने वाले पुरुषों की खैर नहीं, आरपीएफ ने विशेष टीमों का गठन किया
सोनीपत
पैसेंजर ट्रेन के महिला कोच में सफर करने वाले पुरुष यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए आर.पी.एफ. ने विशेष टीमों का गठन किया है। यह टीम सुबह से शाम तक अलग-अलग स्टेशनों पर पहुंचकर उन पुरुष यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी, जो नियमों को ताक पर रखकर महिला कोच में सफर करते हैं। आर.पी.एफ. की टीम पैसेंजर ट्रेनों के साथ-साथ एक्सप्रैस ट्रेनों में अभियान भी चलाएगी और सुरक्षा के लिए यात्रियों को हैल्पलाइन नम्बर भी आबंटित करेगी।
दरअसल दिल्ली-अम्बाला रेलमार्ग पर सोनीपत रेलवे स्टेशन देश के प्रमुख स्टेशनों में शामिल है। यहां से सुबह-शाम डेढ़ दर्जन पैसेंजर ट्रेनें आवागमन करती हैं। इन सभी ट्रेनों में महिलाओं की सुविधा के लिए 1 से 2 कोच महिला आरक्षित किए गए हैं। महिला कोच में सिर्फ महिलाएं सफर कर सकती हैं, लेकिन पुरुष यात्री नियमों को ताक पर रखकर सफर कर रहे हैं, जिनकी वजह से महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। समस्या से परेशान होकर महिला यात्री रेलवे पुलिस को शिकायत करते हैं। इसके बाद पुलिस पकड़ने के लिए अभियान चलाती है तो पुरुष यात्री कार्रवाई के भय से उतरकर भागने लगते हैं। इस दौरान दुर्घटना होने की आशंका हो जाती है। ऐसे में कोई घटना न हो उसके लिए आर.पी.एफ. ने विशेष टीमों का गठन किया है।
दिव्यांग कोच में भी रहेगी विशेष टीमों की पैनी नजर
दिव्यांगों को सुविधा देने के लिए एक्सप्रैस ट्रेन में दिव्यांग कोच बनाए गए हैं। दिव्यांग कोच में सिर्फ दिव्यांग यात्री ही आवागमन कर सकते हैं। दिव्यांग कोच में दिव्यांगों के अतिरिक्त कोई अन्य यात्री सफर करता है तो उसके खिलाफ आर.पी.एफ. कार्रवाई करेगा। दिव्यांग कोच में विशेष टीमों की निगरानी रहेगी। दिव्यांग के अतिरिक्त कोई अन्य यात्री सफर करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पैसेंजर ट्रेनों में महिलाओं की सुविधा के लिए महिला कोच बनाए गए हैं, इनमें सिर्फ महिला यात्री ही सफर कर सकती हैं, लेकिन कुछ समय से इनमें पुरुष यात्री सफर करने की शिकायत मिली है। महिला कोच में सफर करने वाले पुरुष यात्रियों पर कार्रवाई करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। टीम अभियान चलाकर नियमों के विपरीत सफर करने वाले यात्रियों को पकड़ेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।