बिहार के 200 गांवों में बाढ़ से ढाई लाख लोग हुए बेघर, अब तक सात तटबंध ध्वस्त
पटना/दरभंगा/सीतामढ़ी/सुपौल/सहरसा/मोतिहारी/मुजफ्फरपुर.
नदी का तेज बहाव ने तटबंधों को ध्वस्त कर दिया है। अब तक सात तटबंध टूट चुके हैं। इससे कई गांवों को बाढ़ का पानी घुस गया है। दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर और बगहा में कुल सात तटबंध टूट गए। सहरसा के महिषी प्रखंड क्षेत्र के जलई थाना क्षेत्र में बाढ़ का पानी प्रवेश कर चुका है। लोग जब तक संभल पाते तब तक घर डूब गए। कमर भर पानी दर्जनों गांव के घर में घुस गया है।
प्रशासनिक अधिकारियों की टीम राहत बचाव में जुट गई है। वहीं तेज बहाव के कारण गंडौल रही टोल सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। प्रशासन द्वारा लोगों को ऊंचे स्थानों पर शरण लेने की अपील की है। पश्चिम चंपारण के योगापट्टी और बैरिया प्रखंड के दियारा इलाके में अचानक आई बाढ़ में खुटवनिया जलरपुल, सिसवा मंगलपुर, नवलपुर, ढढ़वा,लौरिया, गौनाहा, चमुखा तथा हरपुर मुजौना पंचायत के दो दर्जन गांवों के लोग फंसे हुए हैं। लौंरिया रामनगर मुख्य मार्ग पर बाढ का पानी बह रहा है। लौरिया से अनुमंडल मुख्यालय नरकटियागंज का संपर्क दुसरे दिन भी भंग है। रामनगर रोड़ में लौरिया लचका पर दो फिट पानी बह रहा है। साहु जैन स्टेडियम स्कुल अशोक स्तंभ परिसर पुरी तरह जलमग्न हो चुका है, लोग परेशान हैं। पानी तेजी से बढ़ रहा है। वहीं प्रशासन की ओर से 300 से ज्यादा परिवारों को रेस्क्यू करके बाहर निकाल लिया गया है। फिलहाल 600 के आसपास यहां लोगों की फंसे होने की संभावना है।
7000 हेक्टेयर में लगाई गई फ़सलों को क्षति
दरभंगा के तीन प्रखंड बाढ़ से प्रभावित दिखाई पड़ रहे है। कुल तीन प्रखंडों में लगभग 50 से ज्यादा गांव के लगभग एक लाख लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने पीड़ित लोगों के लिए फ़ूड पैकेट की तैयारी की जा रही है। बाढ़ से कुल 7000 हेक्टेयर में लगाई गई फ़सल के नुकसान का अंदाजा लगाया जा रहा है। इन इलाकों के किसानों के फसल क्षति का आकलन पानी निकलने के बाद किया जाएगा वही जिला कृषि पदाधिकारी विपिन बिहारी सिन्हा ने बताया कि पानी निकलने के बाद प्रभावित इलाके का सर्वेक्षण किया जाएगा जिन किसानों के 35 प्रतिशत से ज्यादा फसलों का नुकसान हुआ होगा उन्हें 8500 रुपये से लेकर 12500 रुपये प्रति हेक्टेयर का भुगतान किया जाएगा।
बाढ़ के पानी ने तबाही मचानी शुरू कर दी
मुजफ्फरपुर जिले में तेजी से बाढ़ का पानी घुसने लगा है। जिले के औराई प्रखंड और कटरा प्रखंड के कई इलाके में बाढ़ के पानी ने तबाही मचानी शुरू कर दी है। प्रखंड क्षेत्र के पहसौल और बसगट्ठा के पास में डेढ़ पानी सड़क पर बह रही। इस दौरान में बकुची पावर हाउस में बाढ़ का पानी घुस चुका है। इस बाद अब इलाके में बिजली व्यवस्था के चरमरा जाने का खतरा बन गया है। जिला प्रशासन बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों से ऊंचे स्थान पर जाने की अपील कर रही है।
कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया
मोतिहारी के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सीमावर्ती भेलाही से सुगौली तक पानी ही पानी है। खेतों मे फसले डूबने लगी हैं। कई रिहायशी इलाकों मे बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। रविवार से सुगौली और पश्चिमी भेलाही मे दो लोगों के डूबने से मौत हो चुकी है। सुगौली के निचले इलाके के लोगों का अब आश्रय स्थली एन एच बन गया है। तम्बू गिराकर सड़क के किनारे लोग अस्थाई डेरा बनाए हुए हैं।
जान जोखिम में डालकर स्कूल जाते दिखे शिक्षक
नेपाल में हुई भारी बारिश का असर दरभंगा जिला में साफ साफ दिखने लगा है। जमालपुर के भूभौल गांव में देर रात कोसी के तटबंध के टूटने के बाद दर्जनो गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित दिखने लगा है। आज इसी बाढ़ ग्रस्त इलाके के तिकेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अपनी जान को जोखिम में डालकर मूल्यांकन करने अपने स्कूल निकल पड़े है। मूल्यांकन कार्य मे लगे शिक्षक अपने माथे पर जांचने वाली कॉपी और हाथों में अपने चप्पल जूते और कंधे पर अपना बैंग टांगकर जान को जोखिम में डालते हुए अपने ड्यूटी का पालन करने जाते दिख रहे है।