दक्षिण कोरियाई खुफिया एजेंसी ने कहा- अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद उत्तर कोरिया कर सकता है परमाणु परीक्षण
सोल
उत्तर कोरिया नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद अपना सातवां परमाणु परीक्षण कर सकता है। यह जानकारी दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने गुरुवार को सांसदों दी। सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी के प्रतिनिधि ली सियोंग-क्वेन और मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधि पार्क सन-वोन के अनुसार, राष्ट्रीय खुफिया सर्विस (एनआईएस) ने संसदीय खुफिया समिति के समक्ष अपना यह आकलन प्रस्तुत किया। इसमें कहा गया है कि प्योंगयांग के पास इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट जैसे अन्य विकल्प भी मौजूद हैं।
एनआईएस ने यह भी बताया कि उत्तर कोरिया के पास लगभग 70 किलोग्राम प्लूटोनियम और पर्याप्त मात्रा में हाई एनरिच्ड यूरेनियम (एचईयू) है। यह कई परमाणु हथियार बनाने के लिए काफी है। खुफिया एजेंसी ने कहा कि उत्तर कोरिया ने इस महीने की शुरुआत में पहली बार एचईयू फैसिलिटी का खुलासा करते समय अमेरिकी चुनाव को ध्यान में रखा था। एनआईएस ने बताया कि इस खुलासे का उद्देश्य कमजोर अर्थव्यवस्था से जूझ रहे उत्तर कोरियाई लोगों में विश्वास पैदा करना भी हो सकता है। योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ली ने कहा, "बाहरी तौर पर इसे अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले उठाया गया एक सचेत कदम माना जा सकता है, जबकि आंतरिक तौर पर यह अत्यंत खराब आर्थिक स्थिति के बीच लोगों में उम्मीद जगाने की कोशिश लगती है।"
इस महीने की शुरुआत में उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने पहली बार यूरेनियम एनरिच्ड फैसिलिटी के बारे में जानकारी सार्वजनिक तौर पर दी थी। इसमें नेता किम जोंग-उन की यात्रा का विवरण था, लेकिन फैसिलिटी की लोकेशन या किम की यात्रा की तारीख का जिक्र नहीं था।
फैसिलिटी के लोकेशन के बारे में एनआईएस ने कहा कि यह संभवतः प्योंगयांग के पास कांगसन न्यूक्लियर कॉम्प्लेक्स है, हालांकि इसका सही जवाब देना मुश्किल है।एजेंसी ने कहा कि 18 सितंबर को उत्तर कोरिया ने नई सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों की टेस्टिंग उनकी सटीक हमला करने की क्षमता को वेरिफाई करने के मकसद की थी। एनआईएस ने कहा कि दागी गई दो मिसाइलों में से एक सफलतापूर्वक लक्ष्य तक पहुंच गई। एजेंसी ने इसे 'अतीत की तुलना में थोड़ा सुधार' कहा।