म.प्र. में उच्च शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय स्तर के मूल्यांकन में कर रहे हैं बेहतर प्रदर्शन-उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव
भोपाल
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश की उच्च शिक्षण संस्थान राष्ट्रीय स्तर पर नैक मूल्यांकन में बेहतर प्रदर्शन कर लगातार अपनी पहचान बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश नई शिक्षा नीति को लागू करके गुणवत्ता उन्नयन की ओर पहल करने वाला देश का अग्रणी राज्य बन गया है। महाविद्यालयों की शिक्षण गुणवत्ता को सुनिश्चित करने के लिये एवं देश के बेहतरीन महाविद्यालयों की सूची में शामिल करने के लिये लगातार हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उच्च शिक्षा में गुणवत्ता के लिये केन्द्रीय स्तर पर स्थापित संस्थान नेशनल एसिसमेंट एण्ड एक्रीडिटेशन काउंसल (NAAC) के साथ राज्य स्तर पर भी स्टेट लेवल नेक सेल (SLNC) संचालित है।
हाल ही में NAAC द्वारा उस पेड प्राप्त महाविद्यालयों की जानकारी निम्नानुसार हैं |
||
महाविद्यालय का नाम |
पूर्व में प्राप्त गेड |
वर्तमान प्राप्त ग्रेड |
शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय, उज्जैन |
A |
A++
|
शासकीय एमएलबी कन्या पीजी महाविद्यालय, भोपाल |
A |
A
|
शासकीय कन्या महाविद्यालय रांझी, मध्यप्रदेश |
B+
|
B++
|
शासकीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया विज्ञान महाविद्यालय ग्वालियर |
B |
A |
शासकीय इंदिरा गांधी हॉम साइंस महाविद्यालय, शहडोल |
B |
B++
|
शासकीय पीजी महाविद्यालय खरगौन |
B |
B++
|
शासकीय श्री निलकांतेश्वर पीजी महाविद्यालय खंडवा |
B |
B+
|
शासकीय पीजी महाविद्यालय दमोह |
B |
B+
|
रानी दुर्गावती पीजी महाविद्यालय मंडला |
B |
B+
|
शासकीय हॉम साइंस कन्या पीजी महाविद्यालय होशंगाबाद |
B |
B++
|
शासकीय हमीदिया आर्टस एण्ड कॉमर्स महाविद्यालय भोपाल |
B |
B+
|
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य स्तर पर स्थापित संस्था का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार तथा शिक्षण संस्थानों में नैक ग्रेडिंग में वृद्धि करना है। वर्तमान में 120 महाविद्यालय में नैक प्रत्यायन की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि अधिकतर महाविद्यालयों द्वारा पूर्व में प्राप्त ग्रेड से बेहतर ग्रेड प्राप्त किये है और नये महाविद्यालय भी नैक प्रक्रिया में सम्मिलित किये गये हैं। डॉ. यादव ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर किये जा रहे नैक प्रत्यायन एवं NIRF रैकिंग पर विशेष जोर देते हुए सभी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों को लगातार बेहतर प्रदर्शन के लिये हर संभव सहयोग किया जा रहा है। हाल ही में प्रदेश के जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर को A++ ग्रेड प्राप्त हुआ है। देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय इंदौर ने A+ ग्रेड प्राप्त करने के साथ ही केन्द्र सरकार शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी NIRF की रैकिंग में भी अपना स्थान बनाया है।
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के राज्य स्तरीय नैक प्रकोष्ठ द्वारा महाविद्यालयों को गुणवत्तायुक्त बनाने के लिये निर्धारित मापदण्डों के आधार पर प्रशिक्षण, तकनीकी आवश्यकताओं के लिये हैण्ड होल्डिंग, महाविद्यालय की प्रगति की समीक्षा और समस्याओं का समाधान, आर्थिक सहयोग नैक से समन्वय करने तक हर चरण की तैयारी कराकर सभी शासकीय महाविद्यालयों को नैक प्रत्यायन एवं NIRF से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष के लिये 261 पात्र शासकीय महाविद्यालयों को प्रत्यायन प्रक्रिया से जोड़ने के लिये चिन्हित किया गया है।