दुर्ग
दुर्ग निवासी श्रीमती प्रीति साहू ने अपनी बेरोजगारी को कड़ी मेहनत के द्वारा रोजगार का स्वरूप प्रदान किया। श्रीमती साहू को सिलाई-कढ़ाई से संबंधित कामों में बहुत रूचि थी। इसी को आधार बनाकर उन्होंने थ्रेड एडं मेचिंग हाउस खोलने का निश्चय किया। उन्होंने दुकान ऐसे एरिया में खोलने का निर्णय लिया जहां उसकी अच्छी मार्केटिंग हो। इस हेतु उन्हें जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के अधिकारियों से संपर्क करने पर मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के बारे में पता चला। उन्होंने तुरंत कार्यालय में योजनांतर्गत आवेदन प्रस्तुत किया। जिला स्तरीय टास्कफोर्स समिति की बैठक से अनुमोदन होने के बाद उन्हें बैंक से लोन मिलने लगा। जो व्यापार को आगे बढ़ाने में एक वरदान साबित हुआ।
श्रीमती प्रीति साहू ने एक किराये का दुकान लिया, जहां उन्होंने थ्रेड एंड मेचिंग हाउस का सामान रखने लगी। थ्रेड एडं मेचिंग हाउस में धागा, बटन, अस्तर, फाल, लेस, गोटा, रेडिमेंट ब्लाउज पीस आदि समान की बिक्री करने लगी। मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना से 2 लाख रूपए का लोन लिया और स्वयं का थ्रेड एंड मेचिंग हाउस प्रारंभ किया, जो कि वर्तमान में सुचारू रूप से संचालित है। इस व्यवसाय से अच्छी आमदनी होने लगी। अपने सहयोग के लिए एक लड़की को भी रोजगार प्रदान की। साथ ही नियत समय में बैंक के लोन का किस्त भी पटा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की योजना ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ रही बेरोजगारी की समस्या को कम करने के लिए है। वह इस योजना के लिए हमेशा सरकार को धन्यवाद देती है।