द्रविड़ के खास मैसेज ने गंभीर को किया इमोशनल, दिए हेड कोच के कुछ टिप्स
नई दिल्ली
पूर्व भारतीय कोच राहुल द्रविड़ ने अपने उत्तराधिकारी गौतम गंभीर काे उन चुनौतियों से निपटने के लिए एक विशेष संदेश दिया है, जिनका उन्हें सामना करना पड़ सकता है। द्रविड़ के संदेश से गंभीर भी भावुक हो गए। द्रविड़ ने पिछले महीने अमेरिका और वेस्टइंडीज में खेले गए टी20 विश्व कप में भारत के चैंपियन बनने के बाद मुख्य कोच का पद छोड़ दिया था। उनकी जगह गंभीर को मुख्य कोच नियुक्त किया गया था।
गंभीर के लिए सरप्राइज मैसेज
बीसीसीआई ने एक वीडियो एक्स पर जारी किया है। इसमें राहुल द्रविड़ ने गौतम गंभीर के लिए मैसेज भेजा था। द्रविड़ बोल रहे हैं, ‘भारतीय क्रिकेट टीम के एक कोच का दूसरे कोच को संदेश: सबसे मुश्किल समय में लंबी सांस छोड़ें और एक कदम पीछे हटें। मेरी आपको शुभकामनाएं गौतम। मुझे पूरा विश्वास है कि आप भारतीय टीम को नई ऊंचाइयों पर ले जाओगे। भले ही यह आपके लिए मुश्किल हो, लेकिन मुस्कुराइए। जो कुछ भी होगा, वह लोगों को चौंका देगा।’
द्रविड़ को पूरा विश्वास है कि एक क्रिकेटर के रूप में गंभीर का कभी हार नहीं मानने का जज्बा कोच के रूप में भी दिखाई देगा। उन्होंने कहा, ‘आपके साथी खिलाड़ी के तौर पर मैंने आपको मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए देखा है। बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में आपका साथी होने के कारण मैंने आपकी दृढ़ता और कभी हार न मानने का जज्बा देखा है। आईपीएल के कई सत्र में मैंने आपकी जीत की इच्छाशक्ति, युवा खिलाड़ियों की मदद और मैदान पर अपनी टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने की आपकी इच्छा देखी है। मैं जानता हूं कि आप भारतीय क्रिकेट के प्रति कितने समर्पित हैं और मुझे पूरा विश्वास है कि आप अपनी नई भूमिका में भी इन गुणों को जोड़ेंगे।
भावुक हुए नए भारतीय कोच
राहुल द्रविड़ के इस संदेश में गंभीर के चेहरे पर मुस्कान ला दी। गंभीर इस संदेश के लिए द्रविड़ का आभार व्यक्त करते समय भावुक लग रहे थे। गंभीर ने कहा, ‘मैं आमतौर पर बहुत भावुक नहीं होता लेकिन इस संदेश ने वास्तव में मुझे बहुत भावुक कर दिया है। यह दिल को छूने वाला संदेश है। मैं एक महान व्यक्ति का उत्तराधिकारी हूं और उम्मीद है कि मैं उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरूंगा। उम्मीद है कि मैं पारदर्शिता और ईमानदारी के साथ अपना काम करूंगा। मुझे आशा है कि मैं पूरे देश और विशेषकर उस व्यक्ति राहुल भाई को गौरवान्वित करूंगा जिन्हें मैंने अपना आदर्श माना है।’