गुरु बिन भवनिधि तरइ न कोई, जौ बिरंचि संकर सम होई: मोहित रामजी पाठक
श्रीमाधव महाकाल आश्रम पर प्रारंभ हुआ दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव
भोपाल। गुरु बिन भवनिधि तरइ न कोई, जौ बिरंचि संकर सम होई। अर्थात् भले ही कोई ब्रह्माजी और शंकर जी के समान क्यों न हो, किंतु बिना गुरु के भवसागर से नहीं तर सकता। गुरु की कृपा के बिना भगवान की कृपा प्राप्त नहीं होती है उक्त अमृत वचन धर्म रक्षक संत पंडित दुर्गा प्रसाद जी कटारे बाबा के आशीर्वाद कथा व्यास पंडित मोहित राम जी पाठक के सानिध्य में चल रहे दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा महोत्सव में कह गए आज गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रातः सुबह 7:00 बजे से भगवान का पूजन अभिषेक एवं हवन किया जाएगा प्रातः 10:00 बजे से गुरु पूजन गौ पूजन मात पिता का पूजन कर भंडारा प्रसादी प्रारंभ होगी आश्रम परिवार ने बताया कि साथ में गुरु दीक्षा गुरु मंत्र दिया जाएगा एवं 1001 बिल वृक्ष अवल के पौधा का वितरण भी किया जाएगा आप सभी सनातनी हिंदू जन गुरु भक्त शिष्य सादर आमंत्रित हैं स्थान श्री माधव महाकाल आरोग्य आश्रम सैकड़ा खड़ी रोड सीहोर