भगवान रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद अयोध्या ने मक्का और वेटिकन सिटी को भी पछाड़ा
अयोध्या
भगवान रामलला के भव्य मंदिर में विराजमान होने के बाद अयोध्या का पुराना वैभव वापस आ रहा है. त्रेता की अयोध्या की परिकल्पना साकार होती दिख रही है और देश और दुनिया के राम भक्त रामनगरी में इन दिनों बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के मुताबिक प्रतिदिन लगभग डेढ़ से दो लाख लोग रामलला का दर्शन कर रहे हैं. अवकाश के दिनों में यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है. इसके साथ ही तीज त्यौहार उत्सव पर भी विशेष भीड़ राम भक्तों की देखने को मिलती है. राम मंदिर के साथ ही रामनगरी अयोध्या विश्व के मानचित्र पर स्थापित हो गई है.
रामनगरी अयोध्या धार्मिक राजधानी के रूप में उभर कर सामने आ रही है. भगवान रामलला 22 जनवरी को राम मंदिर में विराजमान हुए. इसके बाद से ही लाखों की संख्या में श्रद्धालु रामनगरी पहुंच रहे हैं. बीते 2 महीने की बात करें तो लगभग एक करोड़ से ज्यादा लोग रामलला का आशीर्वाद ले चुके हैं. पूरी दुनिया में इतनी बड़ी संख्या में किसी भी धार्मिक स्थल पर श्रद्धालु नहीं पहुंचे हैं. ईसाइयों की सबसे बड़े धार्मिक स्थल वेटिकन सिटी पर साल भर में करीब 90 लाख लोग आते हैं, जबकि मुसलमानों के सबसे बड़े पवित्र स्थान मक्का में पिछले साल एक करोड़ 35 लाख पहुंचे थे. राम मंदिर की बात करें तो प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालू पहुंच रहे हैं और ऐसे में मात्र डेढ़ से 2 महीने के भीतर ही लगभग एक करोड़ लोगों ने रामलला का आशीर्वाद लिया है.
रोजगार के अवसर भी बढ़े
यह आंकड़ा तब है जब 22 जनवरी को रामलला विराजमान हुए और उसके दो महीने के अंदर ही इतनी बड़ी संख्या में राम भक्तों ने रामनगरी में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इससे रामनगरी का व्यवसाय तो बड़ा ही साथ ही रोजगार के अन्य अवसर भी रामनगरी के आसपास बसने वालों को भी मिल रहे हैं. रामनगरी में जहां मात्र दो महीने में एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने दर्शन पूजन किया है, तो सोचिये अभी बाकी 10 महीनों का आंकड़ा क्या होगा.
अयोध्या आध्यात्मिक राजधानी
पर्यटन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि अयोध्या में पर्यटन का लगातार विकास हो रहा है. पिछले 22 जनवरी यानी कि जब रामलला विराजमान हुए 10 मार्च तक लगभग एक करोड़ राम भक्तों ने रामलाल का दर्शन किया है. वर्तमान में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु रामलाल का दर्शन कर रहे हैं. शुरुआती दिनों में राम भक्तों की संख्या चार लाख से ढाई लाख तक थी. वर्तमान में एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु प्रतिदिन रामलला का दर्शन कर रहे हैं. पर्यटन अधिकारी ने कहा कि अयोध्या आध्यात्मिक राजधानी बन चुकी है. अयोध्या में राम भक्तों की आमद इस कदर है कि यहां आने वाले श्रद्धालु के वजह से सभी होटल फुल है. सारी फ्लाइट बुक है. अयोध्या का पर्यटन लगातार बढ़ रहा है. विदेशी नागरिक और अप्रवासी भारतीयों का भी आगमन शुरू हो गया है.
ट्रस्ट का दावा सवा करोड़ लोगों ने किया दर्शन
राम मंदिर ट्रस्ट के कैंप कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने दावा करते हुए कहा कि अगर सरकारी आंकड़ों की मानी जाए तो लगभग एक करोड़ 25 लाख से ज्यादा राम भक्तों ने रामलला के दर्शन पूजन किए हैं. पूर्व में भारत विश्व गुरु था, जिसकी राजधानी अयोध्या हुआ करती थी. ऐसा ही कुछ फिर से हो रहा है. हिंदू समाज के लिए बहुत ही अच्छी बात है. प्रकाश गुप्ता ने कहा कि भारत के लिए इससे अच्छी बात कोई हो भी नहीं सकती। प्रकाश गुप्ता ने कहा कि मक्का मदीना में केवल हज के वक्त ही लोग जाते हैं, बल्कि क्रिश्चियन के धार्मिक स्थल पर भी विशेष पर्व पर ही लोग जाते हैं. अयोध्या में प्रतिदिन 2 लाख लोग लगभग आ रहे हैं. जबकि रामलला के जन्मोत्सव के दरमियान या अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रतिदिन राम भक्तों की संख्या 5 से 10 लाख होगी जो रामलला का दर्शन करेंगे.
ऐसे होती है श्रद्धालुओं की गिनती
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि राम मंदिर में राम भक्तों की गिनती टेक्नोलॉजी के आधार पर की जाती है. सीसीटीवी कैमरे में कई सॉफ्टवेयर लगाए गए हैं, जिसके माध्यम से आंकड़ों की गिनती किया जाता है. प्रतिदिन 14 घंटे राम भक्त रामलला का दर्शन राम मंदिर में करते हैं. प्रतिदिन सवा से डेढ़ लाख लोग आ रहे हैं. एक सामान्य रामभक्त को दर्शन पूजन करने में एक घंटा का समय लगता है. चंपत राय के मुताबिक 48 दिनों में लगभग एक से सवा करोड़ राम भक्तों ने दर्शन पूजन किया है.