जगदलपुर.
जगदलपुर लोकसभा प्रत्याशी कवासी लखमा की ओर से होलिका दहन के दौरान पैसे बांटने के मामले में वीडियो वायरल होने के बाद एफआईआर दर्ज की गई है। अब पुलिस इस मामले में जांच कर रही है। इस मामले में छत्तीसगढ़ बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है। इस संबंध में बीजेपी चुनाव आयोग से शिकायत कर लखमा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेगी।
बीजेपी ने तंज कसते हुए कहा कि खुलेआम नोट बांटने का मामला साबित करता है कि लखमा के पास दो हजार करोड़ के शराब घोटाले की मोटी रकम पहुंच चुकी है। जिसे बांटकर वे लोकसभा चुनाव में अपनी जीत तय करना चाहते हैं, लेकिन भाजपा उनके मंसूबों को कामयबा नहीं होने देगी। लखमा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि चढ़ावा और नोट बांटने में फर्क है। लखमा सनातन धर्म का पाठ हमें ना पढ़ाए। भाजपा प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि पांच-पांच सौ के नोट बांटते दिखे लखमा का प्रत्याशी बनते ही मतदाताओं के बीच 500 का नोट बांटकर वोट खरीदने की साजिश कभी पूरी नहीं होगी। आचार संहिता के दौरान लखमा ने नोट बांटकर आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया है। केंद्रीय चुनाव आयोग से शिकायत कर लखमा का नामांकन रद्द करने की मांग की जाएगी। आरोप लगाते हुए कहा कि इस घटना से कांग्रेस का असली चरित्र एक बार फिर उजागर हो गया है। छत्तीसगढ़ की सत्ता में रहने के दौरान पिछले पूरे 5 साल तक कांग्रेस पार्टी के शासक नोट के पीछे ही भागते रहे।
उन्होंने नोट कमाने को ही अपना ईमान और धर्म बना लिया था। पूरी प्रशासनिक मशीनरी को इसी काम में लगा दिया था इसी का परिणाम रहा कि आज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है। आधा दर्जन से अधिक अधिकारी जेल की हवा खा रहे हैं । कवासी लखमा के आबकारी मंत्री रहने के दौरान ही दो हजार करोड़ का शराब घोटाला उजागर हुआ है।