आयुष पर 9 जख्म,आहान पर 6, पोस्टमार्टम रिपोर्ट बता रही साजिद की बर्बरता, 25 हजार का इनाम घोषित
बदायूं
यूपी के बदायूं में बेरहमी से की गई दो मासूम बच्चों की हत्या से हर कोई सदमे में है. बीते दिन मृतकों का पोस्टमार्टम करने के बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया. अब जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है उससे मुख्य आरोपी साजिद की हैवानियत भी उजागर हुई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुलासा हुआ कि आयुष और आहान के शरीर पर धारदार हथियार से दर्जनों बार वार किए गए थे. आरोपियों ने जघन्य तरीके से वारदात को अंजाम दिया था. जिस किसी ने भी घटनास्थल पर जाकर उस मंजर को देखा, उसके होश उड़ गए.
सूत्रों के अनुसार, दोनों बच्चों (आयुष और आहान) का पोस्टमार्टम 3 डॉक्टरो के पैनल के द्वारा कराया गया. पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई. पोस्टमार्टम में बड़े बच्चे आयुष (13) के शरीर पर 9 घाव मिले. आयुष के गले के साथ-साथ हाथ, सीने और पेट पर भी घाव थे. वहीं, छोटे बच्चे आहान उर्फ हनी (6) के शरीर पर 11 घाव मिले. दोनों बच्चों की मौत की वजह उनकी गर्दन पर धारदार हथियार से आए गहरे घाव से हुई है.
कल (20 मार्च) हत्यारोपी साजिद का भी पोस्टमार्टम किया गया. गोली लगने से उसकी मौत की पुष्टि हुई है. साजिद मासूमों की हत्या का मुख्य आरोपी था. घटना के कुछ घंटे बाद ही पुलिस से उसकी मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में साजिद मारा गया था.
डबल मर्डर की जांच जारी, वजह नहीं तलाश पाई पुलिस
गौरतलब है कि बदायूं डबल मर्डर केस में पुलिस की तफ्तीश जारी है. हत्यारोपी साजिद को मुठभेड़ में मार गिराए जाने के बाद अब पुलिस को दूसरे आरोपी जावेद की तलाश है. जावेद की खोजबीन में पुलिस ने बीती रात कई जगहों पर छापेमारी की. इस दौरान जावेद के पिता और चाचा से पूछताछ की गई. साथ ही जावेद के करीबी दोस्तों के घर पर भी छापे मारे गए.
फिलहाल, बदायूं पुलिस ने जावेद पर 25000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया है. पुलिस की करीब आधा दर्जन टीमें उसको खोज रही हैं. हालांकि, अभी तक जावेद का कोई सुराग नहीं मिला. ना ही पुलिस दो मासूमों की निर्मम हत्या की वजह तलाश पाई है. अधिकारियों का यही कहना है कि जावेद के पकड़े जाने के बाद ही असलियत सामने आएगी.
जावेद की तलाश में पुलिस
बताया जा रहा है कि जावेद ने अपना मोबाइल वारदात के शाम से ही कर बंद दिया था. ऐसे में पुलिस को उसकी लोकेशन ट्रैक करने में मुश्किल आ रही है. वहीं, जावेद के पिता ने पूछताछ के दौरान दावा किया है कि बच्चों की हत्या (आयुष-अहान) के वक्त जावेद घर पर ही था. ऐसे में सच्चाई क्या है इसे पता करना पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है. फिलहाल, देर रात पूछताछ के बाद जावेद के पिता और चाचा को पुलिस ने उनके रिश्तेदारों के सुपर्द कर छोड़ दिया है.
बता दें कि बदायूं के सिविल लाइंस थाना इलाके में मंगलवार की देर शाम साजिद नाम का शख्स अपनी दुकान के सामने वाले विनोद सिंह के घर आया था. इस दौरान विनोद घर पर नहीं था. साजिद ने विनोद की पत्नी संगीता से पांच हजार रुपये मांगे. उसके बाद संगीता ने पति से फोन पर बात करने के बाद उसे रुपये दे दिए. जब उसने रुपये ले लिए तो कहा कि उसकी तबीयत कुछ ठीक नहीं लग रही है और छत पर चला गया. जहां दोनों बच्चे आयुष (12) और आहान (6) थे. साजिद ने उन पर धारदार चाकू से हमला कर दिया. जिसमें दोनों की मौत हो गई. उसके बाद पुलिस ने साजिद का एनकाउंटर कर दिया था. वहीं, साजिद का साथी जावेद फरार हो गया था. अब उसकी तलाश की जा रही है.