प्रबुद्धजनों से संवाद करने जबलपुर पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज, मानस भवन होगी मुलाकात
जबलपुर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज जबलपुर पहुंचे हैं। हाईकोर्ट के सामने महाधिवक्ता कार्यालय के नए भवन का भूमि पूजन और गरिमायी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री मानस भवन पहुंचे हैं। जहां जिला प्रशासन द्वारा आयोजन संवाद कार्यक्रम में वे शहर के प्रबुद्धजनों से संवाद करे रहे हैं। उनके द्वारा लोगों से सुझाव लिए जा रहे हैं कि शहर का विकास समुचित रूप से किस तरीके से हो सकता है। इस कार्यक्रम के दौरान सामने आए प्रमुख प्रस्तावों को वे कार्यक्रम के दौरान ही सूचीबद्ध करेंगे और सरकार की ओर से उन पर अमल का भरोसा दिलाएंगे। वहीं संवाद कार्यक्रम में भाग लेने के बाद मुख्यमंत्री दोपहर साढ़े तीन बजे वायुयान से भोपाल प्रस्थान कर जाएंगे।
मानस भवन में जिला प्रशासन करा रहा आयोजन
मानस भवन में जिला प्रसासन द्वारा संवाद कार्यक्रम का आयोजन कराया जा रहा है। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति है। जनप्रतिनिधियों से लेकर शहर के प्रबुद्धजन इस आयोजन में शामिल हैं।
भूमि पूजन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा सरल भाषा में लोगों को न्याय दिलाना हमारा प्रमुख उद्देश्य
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज सुबह 11.45 पर भोपाल से जबलपुर के डुमना हवाई अड्डे पहुंचे जहां भाजपा के पदाधिकारी और जनप्रतिनिधियों ने उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया है। इसके बाद वे हाईकोर्ट के गेट नंबर पांच के सामने प्रस्तावित सात मंजिला महाधिवक्ता कार्यालय का भूमि पूजन किया। वृहद आयोजन के दौरान उन्होंने कन्या पूजन भी किया।
इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति जितेन्द्र कुमार माहेश्वरी विशिष्ठ अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता मप्र हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रवि मलिमठ ने की। इसके अलावा आर्म्ड फोर्स ट्रिब्यूनल के चेयरमैन न्यायमूर्ति राजेन्द्र मेनन भी विशेष रूप से कार्यक्रम में शामिल रहे।
कार्यक्रम में महाधिवक्ता प्रशांत सिंह समेत, हाई कोर्ट के अधिकारी कर्मचारी, अधिवक्तागण व अनेक हस्तियां मौजूद रहे। लगभग 12 बजे से शुरू हुए इस कार्यक्रम में सर्वप्रथम महाधिवक्ता कार्यालय के नए सात मंजिला प्रस्तावित भवन का भूमिपूजन किया गया। इसके बाद अतिथियों ने मंच में अपने विचार व्यक्त किए। मुख्यमंत्री ने मंचीय उद्बोधन में न्यायपालिका में हिंदी के उपयोग को लेकर कहा कि आम आदमी को समझ में आने वाली सरल भाषा में लोगों को न्याय दिलाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है।
मुख्मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने मुख्यातिथ्य भाषण के दौरान कहा कि महाधिवक्ता कार्यालय न्यायपालिका और सरकार के बीचे में सेतु का कार्य करता है। बदलते जमाने की आवश्यकताएं है। आज की जरूरतों को पूरा करने वाला महाधिवक्ता कार्यालय होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि मैं जीवन में कुछ कर पाया तो हैं स्वामी विवेकानंद के विचार से किया। जिस विचार पर आज न्यायापालिका भी चल रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी केंद्र सरकार ने कई पुराने कानून जिनकी कोई जरूरत भी नहीं थी उन्हें खत्म किया। इसी तरह प्रदेश में भी वर्ष 1800 के बने बेकार कानूनों जिनकी जरूरत भी नहीं थी उन्हें खत्म करने का हमने काम किया है। इसके साथ ही आगे आम आदमी को समझ में आने वाली सरल भाषा में न्याय लोगों को दिलाना हमारा प्रमुख उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी का अपना महत्व है। लेकिन हम जिस प्रदेश में रहते हैं वहां की भाषा का उपयोग किया जाए।
हिंदी को बढ़ाने के लिए हमने प्रदेश में मेडिकल की पढ़ाई और परीक्षा भी हिंदी में देंगे। ये चीजें न्याय को जनता के निकट पहुंचाने का काम करेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश के हाईकोर्ट की एक अलग ही पहचान है। इसी तरह नए महाधिवक्ता कार्यालय के लिए भी बधाई दी। इसके बाद महाधिवक्ता प्रशांत सिंह ने अतिथियों को शाल व श्रीफल से सम्मानित किया। जिसके बाद राष्ट्रगान के साथ ही आयोजन संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर चाक चौबंध में दिखा प्रशासन
आज मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सुबह से ही जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने चाक चौबंध व्यवस्था की हैं। सड़कों की साफ-सफाई से लेकर आयोजन स्थलों तक सड़क के गड्ढे भर दिए गए हैं। जगह-जगह पुलिस सुबह से ही तैनात है और चौराहों पर स्टापर लगा दिए गए हैं। हाईकोर्ट के पास अंबेडकर चौक और कचहरी वाले बाबा की दरगाह वाले मार्ग से हाईकोर्ट चौक का मार्ग सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया गया है। वाहनों को रेलवे स्टेशन वाले मार्ग से गुजारा जा रहा है। इसके साथ ही मानस भवन के पास भी आयोजन स्थल के आसपास पुलिस का कड़ा पहरा है और व्यस्थाएं बनाई गई हैं।