मलेरिया के लक्षणों को समझें: समय रहते निदान के लिए
अक्सर ऐसा होता है कि बुखार लंबे समय तक रह जाता है और लगता है कि ये सामान्य बुखार है या वायरल फीवर है. मगर बुखार हुए 2-3 दिन हो चुके हैं और उसके कुछ और लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं तो ये गंभीर बीमारियों का लक्षण हो सकता है. ये मलेरिया का भी संकेत हो सकता है. मलेरिया एक इंफेक्शन है जो मादा एनोलीज जाति के मच्छर के काटने से होता है.
मलेरिया बीमारी से दुनियाभर के कई देशों के लोग परेशान हैं, और भारत भी इन देशों में से एक है. मलेरिया के लक्षणों में बुखार, ठंड लगना, पसीना आना, सिरदर्द, थकान, और मांसपेशियों में दर्द शामिल हैं. मोये क्लिनिक के अनुसार अगर बुखार के साथ-साथ आगे बताए लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं, तो आपको तुरंत मलेरिया का टेस्ट करवाना चाहिए.
1- ठंड लगना
मलेरिया के बुखार में ठंड लगना एक सामान्य लक्षण है. यह अक्सर बुखार आने से पहले होता है.
2- सिरदर्द
मलेरिया के बुखार के साथ अक्सर सिरदर्द भी होता है. ये हल्का फुल्का से लेकर बहुत ज्यादा भी हो सकता है.
3- थकान
मलेरिया के मरीजों को अक्सर बहुत थकान महसूस होती है.
4- मांसपेशियों में दर्द
बुखार के साथ मांसपेशियों में दर्द भी मलेरिया का लक्षण होता है.
5- उल्टी आना और पेट का दर्द
बुखार के साथ अगर उल्टी आ रहा है या उल्टी आने जैसा महसूस हो रहा है और पेट में दर्द भी हो रहा है तो ये मलेरिया का लक्षण हो सकता है.
मलेरिया का टेस्ट एक सरल और आसान टेस्ट होता है जो ज्यादातर क्लिनिक में किया जाता है. इसका इलाज आमतौर पर दवाओं से किया जा सकता है. अगर समय रहते मलेरिया का पता चल जाता है तो बहुत जल्द इस पर काबू पाया जा सकता है. मलेरिया से बचाव के लिए कुछ उपाय, जिसके बारे में आपको जानना चाहिए.
1- मच्छरों से बचाव
मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें, मच्छर भगाने वाली क्रीम या लोशन लगाएं, और अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें.
2- एंटी-मलेरिया दवाएं
अगर आप मलेरिया वाले क्षेत्र में जा रहे हैं, तो आपको एंटी-मलेरिया दवाएं लेनी चाहिए.
3- इम्यूनिटी सिस्टम
मलेरिया से बचने के लिए अपनी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने पर काम करें.
4- पूरा शरीर ढकने वाले कपड़े पहनें
लंबी बाजू और पुल पैन्ट्स जैसे कपड़े पहनें. इससे शरीर की त्वचा ढकी रहती है, और आप मच्छरों से बचें रहते हैं