फर्जी लेफ्टीनेंट ने ठगे यूपी के बेरोजगारों को 33 युवा, पाकिस्तानी लिंक मिला
नोएडा
नोएडा में गिरफ्तार फर्जी लेफ्टिनेंट अतुल माथुर ने यूपी में आगरा जोन के 33 से अधिक युवाओं को ठगी का शिकार बनाया था। पीड़ितों में दो दर्जन से अधिक युवा आगरा जोन के हैं। अकेले आगरा मंडल के एक दर्जन युवा हैं। आगरा एसटीएफ यूनिट आरोपित के बारे में और छानबीन कर रही है। बताया जा रहा है आरोपित की रक्षा मंत्रालय के एक कर्मचारी से मिलीभगत थी।
मूलत कासगंज निवासी अतुल माथुर को एसटीएफ आगरा यूनिट ने नोएडा में गिरफ्तार किया था। आरोपित नोएडा स्थित आम्रपाली जोडियाक अपार्टमेंट में रह रहा था। एसटीएफ के अनुसार आरोपित से रक्षा मंत्रालय का कर्मचारी अजय मिला हुआ था। अतुल माथुर आर्मी और नेवी में नौकरी लगवाने के नाम पर 10 से 20 लाख रुपये तक वसूलता था। एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि जांच में 33 पीड़ितों की जानकारी हुई है। इन बेरोजगार युवाओं को नौकरी का सपना दिखाकर ठगा गया।
पीड़ितों में ज्यादातर आगरा, मथुरा, अलीगढ़, कासगंज और फर्रुखाबाद के युवा हैं। पीड़ितों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। जांच जारी है। अतुल माथुर इंजीनियरिंग के बाद खुद नौकरी के लिए एक रिटायर सैन्य अधिकारी से मिला था। उन्होंने अपने एक परिचित के पास भेज दिया। आरोपित एक साल उस अधिकारी के संपर्क में रहा। सैन्य अधिकारी के रहने का अंदाज सीख गया। फर्जी लेफ्टिनेंट की वर्दी तैयार करा ली।
पाकिस्तानी लिंक मिला, होगी जांच
एसटीएफ को जांच के दौरान आरोपित के मोबाइल में एक पाकिस्तानी लिंक मिला। वह पाकिस्तान में किसी के संपर्क में नहीं था। आशंका है कि हैकर्स ने उसका मोबाइल हैक किया था। सोचा होगा कि वह सैन्य अधिकारी है। इस वजह से वह लिंक उसके मोबाइल में दिखा। एसटीएफ आरोपित का मोबाइल फोरेंसिक लैब भेजेगी।