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मोहन कैबिनेट की अहम बैठक हुई आज, इन प्रस्तावों पर लगी मुहर

भोपाल
रामलला के दर्शन के लिए सीएम मोहन यादव अपनी टीम के साथ अयोध्या रवाना हो गए हैं। अयोध्या जाने से पहले वल्लभ भवन में कैबिनेट की मीटिंग हुई है। कैबिनेट की मीटिंग में एमपी सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं। मीटिंग के दौरान सीएम मोहन यादव ने प्रदेश के सभी देवस्थानों की सूरत बदलने का प्रस्ताव रखा है। सीएम मोहन यादव ने कहा है कि देव स्थानों की उपयोगिता बढ़ाने के लिए विभाग मिलकर कार्य करेंगे।

कैबिनेट बैठक में लिए गए ये महत्वपूर्ण फैसले

  •     कैबिनेट बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि भारत सरकार ने स्मार्ट सिटी 2.0 योजना की शुरूआत की है। योजना के तहत 100 स्मार्ट शहरों में से 18 शहरों का चयन किया जाएगा, इन शहरों को लगभग ₹135 करोड़ की राशि दी जाएगी। जिसमें 50% राज्य शासन का समावेश भी होगा। आज मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना को भी स्वीकृति प्रदान की गई है।
  •     कैबिनेट बैठक में सिंचाई और पीडब्ल्यूडी विभाग की पुरानी योजनाओं को समय सीमा में काम पूर्ण करने के लिए बजट स्वीकृत किया गया। दो हजार से ज्यादा ग्राम में लाभ मिलेगा।
  •     डायल 100 की संचालन कंपनी की छह माह की सीमा बढ़ाने को मंजूरी।10 सिंचाई परियोजना के लिए बजट स्वीकृत।
  •     न्यायिक अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए 485.84 करोड़ से मध्यप्रदेश राज्य न्यायिक अकादमी हेतु ग्राम मंगेली बरेला बायपास रोड जबलपुर में नवीन भवन निर्माण किया जाएगा। पंचायत सचिव की मौत पर परिवार के एक सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी।
  •     कैबिनेट बैठक में फैसला लिया गया कि कर्मचारियों अधिकारियों के जिले के बाहर भी हो सकेंगे तबादले।वही 2000 प्रोफेसर पीएचडी करने के लिए होंगे अधिकृत, इनमें आगे कुलगुरु बनने की योग्यता भी बन जाएगी।
  •     उज्जैन क्षेत्र के औद्योगिक विकास एवं अर्थव्यवस्था में गुणात्मक सुधार को देखते हुए उज्जैन एवं जावरा के मध्य 4 लेन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाईवे का निर्माण जाएगा। पांच हजार करोड़ का बजट रखा गया।
  •     पीपीपी मोड पर जिला अस्पताल का जिला चिकित्सा महाविद्यालय में होगा उन्नयन। निजी एजेंसी को देंगे काम 75% बेड गरीबों के लिए होंगे आरक्षित। 25% बेड निजी एजेंसी कर सकेगी उपयोग।

प्रदेश के विकास-धार्मिक पर्यटन से जुड़े निर्णयों को देंगे मूर्तरूप- CM

कैबिनेट बैठक से पहले सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा कि अयोध्या धाम की यात्रा के बाद प्रदेश के विकास और धार्मिक पर्यटन से जुड़े कई निर्णयों को मूर्त रूप दिया जाएगा। हमारी सरकार अयोध्या धाम में मध्यप्रदेश के यात्रियों के लिए धर्मशाला का निर्माण करने और हमारे प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर अन्य प्रदेशों की सरकार को स्थान उपलब्ध करा कर धर्मशालाएं बनवाने का भी प्रयास करेगी।

सीएम ने कहा कि आगामी बैठक में मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाकर धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को आपस में जोड़ा जाएगा। जिस तरह कृषि उत्पादन आयुक्त के अंतर्गत कृषि सहकारिता ,उद्यान आदि कुछ विभाग होते हैं वैसे ही एक वरिष्ठ अधिकारी इन विभागों के प्रभारी होंगे। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा नगरीय क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे।

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैबिनेट की बैठक से पहले कहा कि मंत्री परिषद के सदस्यों का भगवान श्री राम के दर्शन के लिए शासकीय रूप से अयोध्या जाना ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने इस शुभ घड़ी के लिए सभी को बधाई और शुभकामनाएं दी। साथ ही कहा कि यह यात्रा भगवान श्री राम के प्रति आदर का प्रकटीकरण है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या की इस यात्रा के बाद देवस्थानों के संबंध में लिए गए निर्णय और संकल्पों के क्रियान्वयन में राज्य सरकार तेजी से आगे बढ़ेगी।

कैबिनेट की अगली बैठक में मंत्रिमंडलीय उप समिति बनाकर धर्मस्व, राजस्व और संस्कृति विभाग को आपस में जोड़ा जाएगा। जिस तरह कृषि उत्पादन आयुक्त के अंतर्गत कृषि सहकारिता ,उद्यान आदि कुछ विभाग होते हैं, वैसे ही एक वरिष्ठ अधिकारी इन विभागों के प्रभारी होंगे।

इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित देवस्थानों के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास और नगरीय क्षेत्र में स्थित देवस्थानों के लिए नगरीय विकास एवं आवास विभाग भी इसमें शामिल रहेंगे। सभी विभाग परस्पर तालमेल और समन्वय से देवस्थानों के विकास के लिए कार्य योजना बनाकर उनका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि राज्य शासन का उद्देश्य यह है कि मंदिर देवस्थान के साथ-साथ सामाजिक चेतना और समरसता का भी केंद्र बनें। मंदिरों में सामूहिक विवाह जैसे सामाजिक कार्य संपन्न हो। अयोध्या धाम सहित प्रदेश के अंदर और प्रदेश के बाहर स्थित प्रमुख देवस्थान में राज्य सरकार द्वारा धर्मशालाएं विकसित करने की दिशा में पहल की जाएगी। अन्य राज्य सरकारों को मध्य प्रदेश स्थित देवालयों में अपने राज्य की तरफ से धर्मशालाएं विकसित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ यादव के इस प्रस्ताव का मंत्री परिषद के सदस्यों ने मेज थपथपाकर स्वागत किया। कैबिनेट की मीटिंग होने के बाद परिवार के साथ सीएम मोहन यादव अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। उनके साथ ही पूरी कैबिनेट गई है।

श्री राम के दरबार में मोहन सरकार

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कहा कि प्रदेश में खुशहाली की कामना के साथ ही 400 सीट के साथ मोदी जी की सरकार बनने की कामना करेंगे। वहीं, राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने कहा कि आज अयोध्या यात्रा जाने पर गर्व हो रहा है। कार सेवा में मैं माजूद था। मेरे साथ के दो साथियों का कार सेवा में निधन हो गया था। आज रामलला के दर्शन करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। बता दें सरकार अयोध्या में मध्य प्रदेश की जनता के लिए भवन बनाकर धर्माशाला और सरयू नदी के किनारे सम्राट विक्रमादित्य घाट बनाने की संभावनाओं पर भी विचार कर रही है।

रविवार को मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा था कि फरवरी माह में अयोध्या में अधिक भीड़ होने और अन्य व्यस्तताओं के कारण मध्यप्रदेश मंत्रि-मंडल के सदस्यों ने मार्च माह में अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने जाने का निर्णय लिया था। यह हमारी भगवान श्री राम के प्रति श्रद्धा है, हम सनातन संस्कृति को मानने वाले भी हैं। हमारी आस्था का केंद्र आज जब सबकी श्रद्धा के रूप में उभरकर सामने आया है, तो स्वाभाविक रूप से सबकी भावना भी जुड़ गई  है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा हुई, यह सभी देशवासियों के लिए सौभाग्य की बात है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों की उपस्थिति में अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा हुई।  मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अपनी सुविधानुसार अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन करने अवश्य जाने का आव्हान किया ।

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