भोपाल से प्रज्ञा ठाकुर की जगह शिवराज, दिल्ली में तीन सांसदों का पत्ता हो सकता साफ
नईदिल्ली
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बीजेपी ने अपने 100 उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल कर दिए हैं. देर रात तक बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमें पीएम मोदी भी शरीक हुए. पीएम मोदी रात 11 बजे केंद्रीय कार्यालय पर आए थे और सुबह 3:30 के करीब निकले. बैठक में पहली सूची पर मंथन हुआ. सूत्रों का कहना है एक-दो दिन में पहली लिस्ट आ सकती है.
पीएम मोदी वाराणसी, अमित शाह गांधीनगर से लड़ेंगे चुनाव
इस लिस्ट में में पीएम मोौदी (वाराणसी), गृह मंत्री अमित शाह (गांधीनगर), राजनाथ सिंह (लखनऊ) सहित हाई प्रोफाइल उम्मीदवारों के नाम फाइनल किए गए हैं और 'कमजोर' सीटें जो बीजेपी 2019 में हारी या कम अंतर से जीतीं उन पर फोकस किया गया है.
देर रात सीईसी की बैठक में जिन राज्यों पर चर्चा हुई उनमें यूपी, एमपी, उत्तराखंड, गुजरात, असम, तेलंगाना, केरल समेत अन्य शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री जो राज्यसभा सांसद हैं उनके आगामी चुनाव लड़ने की संभावना है, उनमें भूपेन्द्र यादव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, निर्मला सीतारमण, धर्मेन्द्र प्रधान, सर्बानंद सोनोवाल, वी मुरलीधरन शामिल हैं. बीजेपी कई महिला चेहरों सहित नए चेहरों पर ध्यान केंद्रित करेगी.
दिल्ली में तीन सांसदों का पत्ता हो सकता साफ
इसके अलावा बीजेपी बंगाल के आसनसोल में टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा को टक्कर देने के लिए बीजेपी भोजपुरी स्टार पवन सिंह सहित अन्य जगहों पर भी कुछ सेलिब्रिटी चेहरों को ला सकती है.दिल्ली बीजेपी सांसदों का भविष्य खतरे में है क्योंकि पार्टी कम से कम तीन मौजूदा सांसदों को बदलने की तैयारी में है.
अन्नामलाई तमिलनाडु से उतरेंगे चुनावी मैदान में
तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई को भी मैदान में उतारे जाने की संभावना है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान को भोपाल से मैदान में उतारा जा सकता है. भोपाल से इस समय बीजेपी की सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर हैं जो अक्सर विवादों में रही है. इसके अलावा तेलंगाना में बीजेपी मौजूदा सांसदों बांदी संजय, जी किशन रेड्डी और अरविंद धर्मपुरी को फिर से चुनावी मैदान में उतारा जाएगा.
अलग अलग राज्यों को लेकर भी इस बैठक में चर्चा हुई. बैठक में राजस्थान को लेकर भी चर्चा हुई और इस दौरान सीएम भजनलाल, वसुंधरा राजे और सतीश पूनिया भी मौजूद रहे. असम को लेकर यह तय हुआ कि 3 सीटें बीजेपी सहयोगियों को देगी जबकि 2 सीटें असम गण परिषद और 1 सीट एपीपीएल को मिलेगी.