भ्रष्टाचारियों को सजा दिलाने का दो साल में बढ़ा 50% आंकड़ा, मामले दर्ज होने में आई कमी
भोपाल
भ्रष्टाचारियों पर नकले कसने में लोकायुक्त पुलिस ने पिछले दो साल की तुलना में तेजी से काम किया है। पिछले तीन सालों के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में वर्ष 2021 की तुलना में 50 फीसदी से ज्यादा को सजा दिलाने में लोकायुक्त पुलिस ने सफलता पाई है। हालांकि इस अवधि में दोषमुक्त होने वालों की भी संख्या बढ़ी है। जबकि मामले दर्ज करने में कमी सामने आई है।
जानकारी के अनुसार लोकायुक्त पुलिस ने वर्ष 2023 में 262 मामले दर्ज किए थे। इस दौरान उसने पिछले कुछ सालों के जांच में लंबित चल रहे मामलों की जांच पूरी की और 287 मामलों में चालान पेश किया। सजा का प्रतिशत भी इसके चलते तेजी से बढ़ा वर्ष 2023 में 157 भ्रष्टाचारियों को लोकायुक्त पुलिस सजा दिलाने में कामयाब रही। जबकि दोष मुक्त होने वालों की संख्या 71 पर पहुंच गई।
ऐसा रहा अंतर तीन साल का
वर्ष 2021, 2022 और 2023 में 806 अपराध लोकायुक्त पुलिस थाने में दर्ज किए गए। इसमें से वर्ष 2021 में 250, वर्ष 2022 में 294 और वर्ष 2023 में 262 मामले दर्ज हुए। वर्ष 2022 की तुलना में वर्ष 2023 में 32 मामले कम दर्ज हुए। हालांकि पुलिस ने अपनी जांच में तेजी दिखाते हुए वर्ष 2023 में 287 मामलों के चालान अदालत में पेश किए। जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या 210 थी और वर्ष 2021 में यह संख्या 195 तक ही समिति रही थी।
चालान ज्यादा पेश करने के साथ ही अदालत में भी भ्रष्टाचारियों के खिलाफ लोकायुक्त पुलिस ने मजबूती से काम किया और वर्ष 2023 में 157 आरोपियों को सजा दिलाई गई। जबकि वर्ष 2022 में 111 आरोपियों और वर्ष 2021 में 91 को ही सजा लोकायुक्त पुलिस दिला सकी थी। हालांकि इस दौरान बरी होने वाली की भी संख्या बढ़ी है। वर्ष 2021 में सिर्फ 21 आरोपी ही दोष मुक्त हुए थे। जबकि 2022 में यह संख्या 64 थी और वर्ष 2023 में यह संख्या बढ़कर 71 पर पहुंच गई।